खेत ठेके पर लेने के विवाद में दो लोगों की किरच घोंपकर हत्या
गांव नाथेवाला में ठेके पर जमीन लेने को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति ने वीरवार की रात करीब नौ बजे किरच घोंपकर दो लोगों की हत्या कर दी।
संवाद सहयोगी. मोगा : गांव नाथेवाला में ठेके पर जमीन लेने को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति ने वीरवार की रात करीब नौ बजे किरच घोंपकर दो लोगों की हत्या कर दी। हत्यारोपित पवनप्रीत सिंह उर्फ पवना के पास जिस खेत का ठेका था, उसका ठेका जमीन मालिक सुखदेव सिंह ने गांव झंडेयाना निवासी गरबी निवासी पाल सिंह को दे दिया था। इसी से गुस्साएं पवनप्रीत ने जमीन ठेके पर लेने वाले पाल सिंह और उसके दोस्त जसविंदर सिंह की हत्या कर दी। थाना बाघापुराना पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।
झंडेयाना गरबी निवासी जगदीप सिंह पुत्र पाल सिंह ने बताया कि वीरवार की रात साढ़े नौ बजे मामा सुखदेव सिंह ने फोन किया कि उसके पिता पाल सिंह व उनके दोस्त जसविदर सिंह की पवनप्रीत सिंह ने किरच घोंपकर कर दी है। दोनों के शव पवनप्रीत सिंह केखेत में पड़े हैं। इसकी जानकारी खुद पवनप्रीत ने सुखदेव सिंह को फोन पर दी थी। सुखदेव सिंह जब मौके पर पहुंचा तो पवना हाथों में खून से लथपथ किरच व मोबाइल फोन पकड़े खड़ा था। कुछ देर बाद वह अंधेरे में मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर बाघापुराना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में ले लिए। पुलिस ने पवना के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आरोपित ने खुद फोन करके दी कत्ल करने की जानकारी
वीरवार रात को पाल सिंह अपने दोस्त जसविदर सिंह के साथ अपने ठेके पर लिए हुए खेत में गया था। वहां खेत मालिक सुखदेव सिंह को कोई बात करने के लिए बुला लिया। इसी दौरान साथ लगते अपने खेत में पवनप्रीत भी मौजूद था। इससे पहले की सुखदेव वहां पहुंचता पाल सिंह के साथ पवनप्रीत की किसी बात को लेकर बहस हो गई। पवनप्रीत ने पालसिंह पर किरच का प्रहार करना शुरू कर दिया। जब दोस्त जसविदर सिंह उसे बचाने आया तो उसके पेट में भी किरच घोंपकर हत्या कर दी। पवनप्रीत पर इस कदर खून सवार था कि हत्या के बाद सुखदेव को फोन किया और इसकी जानकारी दी। आरोपित ने चाचा की जमीन ले रखी थी ठेके पर
गांव नाथोवाला निवासी आरोपित पवनप्रीत सिंह काफी साल तक अपने चाचा सुखदेव सिंह की जमीन ठेके पर लेकर खेती करता था। उसकी अपनी जमीन भी चाचा के खेत के पास ही थी। मगर कुछ साल से गांव झंडेयाना गरबी निवासी पाल सिंह ने सुखदेव सिंह का खेत ठेके पर ले लिया था। पाल सिंह भी सुखदेव सिंह का करीबी रिश्तेदार है।