स्वच्छता को कचरा करते तीन लोग मौके पर पकड़े
मोगा शरीर पर सर्द हवा के थपेड़ों के बीच पारा जब सात डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क चुका था और हर किसी को जल्द से जल्द घर पहुंचने की जल्दी थी। तब इस बीच मंगलवार रात लगभग
सत्येन ओझा, मोगा
शरीर पर सर्द हवा के थपेड़ों के बीच पारा जब सात डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क चुका था और हर किसी को जल्द से जल्द घर पहुंचने की जल्दी थी। तब इस बीच मंगलवार रात लगभग 8:30 बजे मेन बाजार में होटल देव के निकट सड़क पर कचरा फेंकते तीन लोगों को निगम कमिश्नर अनीता दर्शी ने मौके ही पकड़ लिया। इस दौरान तीनों के चालान कटवाकर उन्हें थमाने सहित चेतावनी दी कि अब ऐसा करते पकड़ा तो एफआईआर दर्ज कराने सहित गिरफ्तार कराया जाएगा।
इस दौरान निगम कमिश्नर ने आसपास के लोगों को रात में ही बुलाकर प्रेरित किया कि स्वच्छता की जिम्मेदारी हर नागरिक की है। अकेले नगर निगम शहर को तब तक स्वच्छ नहीं बना सकता है, जब तक लोग निगम को सहयोग नहीं करेंगे।
गौरतलब है देव होटल के निकट मेन बाजार एवं रेलवे रोड पर लगने वाले डंप अक्सर दोपहर तक दुर्गंध बिखेरकर शहर के वातावरण को प्रदूषित करते रहता है।
दोनों ही स्थान पर शाम को बाजार बंद होने के बाद दुकानदार एवं आसपास के लोग यहां पर चोरी छुपे खुलेआम सड़कों पर कचरा फेंक जाते हैं। इन शिकायतों को चेक करने के लिए निगम कमिश्नर अनीता दर्शी मंगलवार रात देव होटल के निकट अपनी गाड़ी में बैठ कर मौके को देखती रहीं। जैसे ही वहां पर लोग कूड़ा फेंकने लगे, उन्होंने तत्काल अपने साथ आई निगम की टीम को एक्टिव किया और मौके पर तीन लोगों को हिरासत में लिया।
कमिश्नर के रौद्र रूप को देख एक बुजुर्ग उनके आगे सीनियर सिटीजन होने की दुहाई देने लगे। इस पर कमिश्नर ने उसे नसीहत देते हुए छोड़ दिया कि अगर बुजुर्ग ही ऐसा करेंगे, तो फिर शहर की स्वच्छता की किससे उम्मीद करें। बाद में निगम कमिश्नर ने रात में ही ट्रैक्टर ट्राली मौके पर बुलाकर डंप को हटवा दिया।
निगम कमिश्नर के सख्त तेवर देखते हुए निगम कर्मियों ने भी रेलवे रोड पर भी रात को 10 बजे तक डंप पूरी तरह से साफ कर दिया।
इस अवसर पर कमिश्नर ने चेतावनी दी है कि वह इसी तरह देर रात और तड़के चेकिग पर निकलेंगी। अगर कोई भी व्यक्ति सड़क पर कूड़ा फेंकता दिखा, तो अब चालान नहीं बल्कि मौके पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
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शहर में 15-20 सेकेंडरी डंप
दो साल पहले तक शहर में हर दिन करीब 70 से ज्यादा सेकेंडरी डंप लगते थे। सुबह के समय लोग सैर पर निकलते थे, तो जगह-जगह सेकेंडरी डंप सांसों में जहर घोलते थे। निगम कमिश्नर की लगातार सख्ती के बाद अब सेकेंडरी डंप की संख्या शहर में 15 से 20 रह गई है। निगम कमिश्नर ने 31 दिसंबर तक इन्हें भी पूरी तरह खतम करने का लक्ष्य लिया है।
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कमिश्नर की अपील
निगम कमिश्नर ने अपील की है कि दुकानों का कचरा निगम की ट्रैक्टर ट्राली या हाथ रेहड़ी में ही फेंके। सड़क पर फेंकते पाए जाने पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।