श्रीराम शरणम आश्रम में सामूहिक रूप में किया सुंदरकांड का पाठ
। करवाचौथ के पावन त्योहार पर रविवार की रात श्री राम शरणम आश्रम में स्वामी सत्यानंद जी महाराज की ओर से रचित श्री रामायण सार सुंदरकांड के पाठ का का संगीतमय आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा
करवाचौथ के पावन त्योहार पर रविवार की रात श्री राम शरणम आश्रम में स्वामी सत्यानंद जी महाराज की ओर से रचित श्री रामायण सार सुंदरकांड के पाठ का का संगीतमय आयोजन किया गया। इसमें दूर-दूर से साधक बहन-भाई शामिल होने के लिए पहुंचे।
विशेषकर बहनों में खासा उत्साह पाया गया। हाथों में मेहंदी लगाए सजधज कर वे अपने गुरु के चरणों में शीश नवाने के लिए पहुंची थीं। करवाचौथ के व्रत का विशेष मकसद अपने पतिदेव की दीर्घायु व अपने परिवार की सुख शांति की कामना करना होता है। इस शुभ दिन पर श्री राम शरणम आश्रम में सुंदरकांड का पाठ हर वर्ष किया जाता है। इसके तहत इस आयोजन में भाव के साथ बहनों ने इसमें भाग लिया। समागम दौरान आशा अरोड़ा, अलका गर्ग, रेनू पलता, नीना खुराना,परी जिदल व निधि ने के साथ सभी साधकों ने मधुर धुनों पर श्री सुंदरकांड का पाठ किया। श्री राम शरणम आश्रम के मुख्य संचालक प्रदीप बजाज ने सभी का मनोरथ पूर्ण हो ऐसी गुरु महाराज के दरबार में कामना की। उन्होंने कहा कि सुंदरकांड के पाठ मन को सुंदर बनाते है। मन में बसे बुरे विचारों को खत्म करते हैं। हमें नित-प्रतिदित इनका श्रवण करते रहना चाहिए। इस अवसर पर तेजिदर कौर बराड़ विशेष रूप पर पहुंचकर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।