संत महापुरुष हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं: तेजिदर वीर जी
। एक जोत नगर स्थित बीर भवन में रूहानी सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग के दौरान महिला मंडल ने भजनों का गुणगान किया।
संवाद सहयोगी, मोगा
एक जोत नगर स्थित बीर भवन में रूहानी सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग के दौरान महिला मंडल ने भजनों का गुणगान किया।
रीतू ग्रोवर ने सतगुरु होए दयाल मौजा ने, याद तेरी में नाचू गाऊ सदा तेरा शुक्र मनाए, तू ही सहारा मेरे सतगुरु प्यारे आदि भजन पेश कर भक्ति रस बिखेरा। तेजिदर वीर जी महाराज ने कहा कि संत महापुरुष हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। जब हम उनकी वाणी तथा प्रभु भक्ति के उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाते हैं तो हमें सही मार्गदिशा प्रदान होती है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में पुण्य कर्म करते हुए सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। ताकि हम समाज को नई दिशा प्रदान कर सके। समाजसेवा के तहत जरूरतमंद की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा जब तक शरीर सही सलामत है, स्वास्थ्य अच्छा है, बुढ़ापा दस्तक न दे, उससे पहले अच्छे कर्म करके पुण्य जमा कर लेना चाहिए। प्रभु की भक्ति ही बुढ़ापे का सहारा बनती है।
तेजिदर वीर ने कहा कि जिस जीवन में प्रभु की और गुरु की प्राथमिकता हो जाती है वो जीवन अलग अलग रंगो की तरह रंगीन हो जाता है। यदि हम अपने मन को गुरु चरणों में समर्पित करने में सफल हो जाते हैं तो हमारे जीवन में ईश्वर प्रेम का रंग झलकने लग जाता है। इस अवसर पर विजय कुमार, सोम नाथ, नवीन ग्रोवर, बलदेवराज शर्मा, दिनेश शर्मा,सोनू सेठी, शम्भू ग्रोवर,विजय कुमार, पवन अरोड़ा, हरी ओम, गुलशन, संजीव मोंगा, शेरी ग्रोवर, रीतु, चन्दन, सोनिया, कीर्ति, बिदु, वीरपाल के अलावा अन्य हाजिर थे।