श्रीमद्भागवत गीता देती है बौधिक शक्ति का ज्ञान : प्रेम प्रभु जी
संवाद सहयोगी मोगा श्रीमद्भागवत गीता हिदुओं के पवित्र ग्रंथों में से एक ऐसा ग्रंथ है जो मनुष्य क
संवाद सहयोगी, मोगा
श्रीमद्भागवत गीता हिदुओं के पवित्र ग्रंथों में से एक ऐसा ग्रंथ है, जो मनुष्य को उनके जीवन की समस्याओं, उलझनों से निराश व हताश व्यक्ति को बौधिक शक्ति व ज्ञान प्रदान करता है। श्रीमद्भागवत गीता भारत में ही नहीं, बल्कि विदेश में भी लोगों को अपनी तरफ आकर्षक कर रही है। गीता का संदेश गुरुओं को भी लुभा रहा है। गीता विश्व के सभी धर्मो की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में शामिल है। इसे प्रत्येक व्यक्ति को पढ़कर अपने अंदर बसाना चाहिए। यह बात भाजपा नेता एवं ूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल के निवास स्थान पर पहुंची इस्कान की 10 सदस्यीय टीम के प्रेम प्रभु जी अध्यक्ष इस्कान टैंपल चंडीगढ़ ने श्रद्धालुओं के साथ विचार-विमर्श करते हुए कही।
इस अवसर पर राधा रमन देव प्रभु अध्यक्ष आइआइटी रुड़की, टैंपल के अध्यक्ष सनदना दास आइटीआइ रुड़की, गौरंगा कृष्णा प्रभु जीबीपीआइटी, चंद्राकांत प्रभु एनआइटी उत्तराखंड, पुष्कर प्रभु एनआइटी उत्तराखंड, परमेश प्रभु एनआइटी उत्तराखंड, ध्रुव प्रभु यूआइटी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, सुद्रांशु प्रभु आदि उपस्थित थे। बता दें कि उक्त टीम के सभी सदस्य बड़ी-बड़ी शिक्षा संस्थाओं से पढ़े हुए हैं, जो पैसों के लिए नौकरी करने की बजाए गीता के प्रसार व प्रचार को चुनकर इसका ज्ञान लोगों में बांटने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मनुष्य को कभी भी अपने जीवन की समस्याओं से भयभीत व निराश नहीं होना चाहिए। क्योंकि हम कभी-कभी अर्जुन की तरह अनिश्चित स्थिति में चले जाते हैं, तो हमें श्रीमद्भागवत गीता ही इस समस्या से निकाल सकती है। उन्होंने कहा कि भागवत गीता में कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्ति योग आदि की बहुत सुंदर व विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि हम गीता को अपनाकर बौधिक शक्ति को प्राप्त कर सकते हैं। इस बारे में उक्त टीम ने शहर का भ्रमण करते हुए गीता का प्रचार, प्रसार व गीता के धार्मिक ग्रंथ की पुस्तकों को भी बांटा।
इस अवसर पर पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, माता ओमवती देवी, साहिल बांसल, भावना बांसल, सुमन बांसल, ब्राइट ऐरन, प्रीती अमियारा, अंशुल धीर आदि श्रद्धालु उपस्थित थे।