श्री कृष्णा मंदिर में सुंदरकांड का पाठ व संकीर्तन करवाया
। श्री कृष्णा मंदिर में सामूहिक रूप में श्रद्धालुओं ने श्री सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया। सभी ने दरबार में पूजन कर सर्वभले की प्रार्थना की।
संवाद सहयोगी, मोगा
श्री कृष्णा मंदिर में सामूहिक रूप में श्रद्धालुओं ने श्री सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया। सभी ने दरबार में पूजन कर सर्वभले की प्रार्थना की। पंडित हरिओम शर्मा ने कहा कि सत्संग, श्री हरि की कथा तथा संकीर्तन प्रभु के साथ जुड़ने का मार्ग है। ये हमें जीवन में सही दिशा प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान के दौड़-धूप भरे जीवन में व्यस्त व्यक्ति अपने जीवन के बहुमूल्य जीवन को व्यर्थ गंवा रहा है। प्रभु भक्ति की तरफ ध्यान नहीं देता। इसलिए अपने मनोरथ में आगे नहीं बढ़ पाता। उन्होंने कहा समाज की उलझनों में फंसा प्राणी अपने वर्तमान को भूल बैठा है। मनुष्य भूतकाल व भविष्य काल की सोच में ही अपना जीवन बसर कर रहा है। जबकि वर्तमान जैसा भी हो उसमें हमेशा खुश रहते हुए प्रभु का शुकराना करना चाहिए। प्रभु के प्रति हमें पूर्ण विश्वास रखना चाहिए ताकि हम भवसागर से पार हो सके। उन्होंने कहा कि विषय विकारों से भरे इस मन को सही मार्ग पर लाने के लिए हमें सत्संग में भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हनुमान जी कलयुग के ऐसे देव हैं जिनकी पूजा करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। हमें रोजाना सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। महिला संकीर्तन मंडल ने मेरे राम रघुराई तेरी जय होवे..,तेरे नाम का लेके सहारा महिमा तेरी गाएं, जीवन है तेरे हवाले मुरली वाले .आदि भजनों से अपनी हाजिरी लगवाई। भक्तों ने श्री रामायण की चौपाइयों का उच्चारण भी किया।