भारत माता मंदिर में हुआ रुद्राभिषेक समागम

। भारत माता मंदिर में रुद्राभिषेक समागम का आयोजन किया गया। पंडित महेंद्र नारायण की अगुआई में भक्तों ने भगवान शिव की पूजा कर रुद्राभिषेक किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:14 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:14 PM (IST)
भारत माता मंदिर में हुआ रुद्राभिषेक समागम
भारत माता मंदिर में हुआ रुद्राभिषेक समागम

संवाद सहयोगी, मोगा

भारत माता मंदिर में रुद्राभिषेक समागम का आयोजन किया गया। पंडित महेंद्र नारायण की अगुआई में भक्तों ने भगवान शिव की पूजा कर रुद्राभिषेक किया।

इंद्र भूषण मित्तल व वरिदर मित्तल परिवार सहित पूजा में शामिल हुए। आचार्य जतिदर झा ने बताया कि रुद्राभिषेक कभी भी किया जाए, यह बड़ा ही शुभ और फलदायी माना गया है। लेकिन सावन में इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है। शिवमहापुराण के रुद्र संहिता में बताया गया है कि सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना विशेष फलदायी है। रुद्राभिषेक के दौरान शिवलिंग को दूध से स्नान कराकर पूजा-अर्चना की जाती है। यह सनातन धर्म में सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है जिसका फल तत्काल प्राप्त होता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी कष्टों का अंत करते हैं और सुख-शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि शिव महापुराण में कहा गया है, 'सर्वदेवात्मको रुद्र: सर्वे देवा: शिवात्मका: अर्थात सभी देवताओं की आत्मा में रुद्र उपस्थित हैं और सभी देवता रुद्र से संबंधित हैं। जैसा कि मंत्र से साफ है कि रुद्र ही सर्वशक्तिमान हैं। यह भगवान शिव का प्रचंड रूप है इस रूप की विधि-विधान से पूजा करने पर ग्रह-नक्षत्रों की बाधाएं दूर होती हैं और वे शुभ फल देते हैं। साथ ही रोगों और परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

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