पनबस, पीआरटीसी मुलाजिमों ने बस स्टैंड बंद करके किया रोष प्रदर्शन

स्थानीय बस स्टैंड में पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसीसी कांट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन पंजाब के आह्वान पर पंजाब के बस स्टैंडों पर रोष प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 04:27 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:13 PM (IST)
पनबस, पीआरटीसी मुलाजिमों ने बस स्टैंड बंद करके किया रोष प्रदर्शन
पनबस, पीआरटीसी मुलाजिमों ने बस स्टैंड बंद करके किया रोष प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, मोगा : स्थानीय बस स्टैंड में पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसीसी कांट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन पंजाब के आह्वान पर पंजाब के बस स्टैंडों पर रोष प्रदर्शन किया गया। रोष प्रदर्शन को संबोधित करते प्रदेश कैशियर बलजिदर सिंह बराड़, डिपो अध्यक्ष सूबा सिंह, सचिव गुरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से लंबे समय से ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का नहीं किया जा रहा। पहले पूर्व मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह ने पक्का करने का भरोसा दिया। लेकिन फिर छह अक्टूबर 2021 को नए ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा अमरिदर सिंह वड़िग ने भरोसा दिया, फिर 12 अक्तूबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने भरोसा दिया कि आपको 20 दिन में पक्का किया जाएगा। लेकिन नया एक्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि ट्रांसपोर्ट विभाग का एक भी मुलाजिम पक्का नहीं होता तथा बोर्ड कारपोरेशन एक्ट से बाहर रखकर सरकारी विभागों से सीधा कच्चे मुलाजिमों का नाता तोड़ने की नीति नजर आती दिखी। इसलिए संघर्ष करने का यूनियन ने फैसला किया है। उन्होंने मांग की कि 10 हजार सरकारी बसें की जाएं, लेकिन पंजाब सरकार द्वारा कोई भी बस सरकारी खजाने में नहीं डाली जाती। पनबस व पीआरटीसी बैंकों से कर्जा लेकर बसें डाली जाती हैं। मुलाजिम कर्जा अपनी मेहनत से उतारते हैं तथा लोगों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा देते हैं। खजाने का इससे दूर-दूर संबंध नहीं है। लेकिन सरकार का इन बसों से कोई संबंध नहीं, उलटा बसें कर्जे पर डालने की मंजूरी भी बहुत देरी से दी जाती है। इस कारण पंजाब रोडवेज की 2408 बसों में से 399 बसें ही रह गई हैं। उन्होंने कहा कि अब सरकार बैठक करके सार्थक हल करने की जगह डराने धमकाने पर लगी है। इसको ट्रांसपोर्ट कर्मी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे तथा आम जनता स्टूडेंट यूनियन, किसान यूनियन, मजदूर जत्थेबंदियां, ट्रेड यूनियनों व लोगों को साथ लेकर तीव्र संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी ट्रांसपोर्ट बचाने, 10 हजार सरकारी बसें करने, कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग, एडवांस बुकर, डाटा एंट्री आपरेटरों के वेतन में बढ़ोत्तरी करने, अवैध कंडीशनों के तहत निकाले मुलाजिमों को बहाल करने की मांग पर शुक्रवार को बस स्टैंडों में रोष प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि अगर छह दिसंबर तक पंजाब सरकार न हल न निकाला तो सात दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल करके ट्रांसपोर्ट मंत्री व मुख्यमंत्री के हलके में रोष धरना करेंगे। इस मौके पर कनवीनर बचित्र सिंह संधा, ज्वाइंट सचिव मंजीत सिंह संधू, सुखविदर सिंह समाध, रमनदीप, चानन सिंह, सतनाम सिंह, राजा मान, जश्नप्रीत सिंह पेंशन यूनियन व वर्कर उपस्थित थे।

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