प्रदर्शनकारी किसानों ने साइलो प्लांट के गोदाम जा रही मालगाड़ी रोकी
मोगा केंद्र के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान मोगा में अपनी ही घोषणा से पलट गए। उन्होंने साइलो प्लांट में जा रही मालगाड़ी को मंगलवार दोपहर बाद लगभग 3.30 बजे रोक दिया जिसे लेकर काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। थाना सदर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह मालगाड़ी से इंजन अलग कराकर उसे वापस लुधियाना रवाना किया जबकि खाली डिब्बों को साइलो प्लांट के अंदर सुरक्षित खड़ा करवा दिया। इंजिन वापस जाने के बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए।
जागरण संवाददाता, मोगा
केंद्र के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान मोगा में अपनी ही घोषणा से पलट गए। उन्होंने साइलो प्लांट में जा रही मालगाड़ी को मंगलवार दोपहर बाद लगभग 3.30 बजे रोक दिया, जिसे लेकर काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। थाना सदर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह मालगाड़ी से इंजन अलग कराकर उसे वापस लुधियाना रवाना किया, जबकि खाली डिब्बों को साइलो प्लांट के अंदर सुरक्षित खड़ा करवा दिया। इंजिन वापस जाने के बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्होंने मालगाड़ी न रोकने का फैसला लिया है, लेकिन वे कारपोरेट सेक्टर के उक्त साइलो प्लांट के गोदाम में मालगाड़ी को नहीं जाने देंगे। इस बारे में थाना सदर पुलिस के एसएचओ निर्मल सिंह ने बताया कि इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। उक्त साइलो प्लांट में जो खाली कोच कंपनी ने दिल्ली से मंगाए थे, वे अभी लोड नहीं होने थे।
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यह है मामला
गौरतलब है कि शुक्रवार को उक्त साइलो प्लांट के लिए दिल्ली से मालगाड़ी मंगाई गई थी। इसमें सभी कोच कारपोरेट सेक्टर की कंपनी के ही लगे हुए थे। लुधियाना से डिब्बों को गोदाम तक लाने के लिए इंजन बदला गया था। जैसे ही मालगाड़ी शुक्रवारी दोपहर डगरू स्थित उक्त साइलो प्लांट के गोदाम की तरफ जाने लगी, तो रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे किसानों ने मालगाड़ी को गोदाम में जाने से रोक दिया और वे फिर से ट्रैक पर आ गए। सूचना मिलने पर थाना सदर से बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची। इस दौरान पुलिस की किसानों से लंबी बातचीत हुई। बाद में पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिया कि डिब्बे गोदाम में अंदर खड़े करके इंजन को लौटा दिया जाएगा, उन्हें लोड होकर नहीं जाने दिया जाएगा। इसके बाद किसानों ने रास्ता दिया और इंजन के वापस जाने के बाद फिर ट्रैक से उठे।
प्रदर्शनकारियों में किसान नेता सूरत सिंह, बलवंत सिंह ब्रह्माके, सुखजिंदर सिंह खोजा, बलौर सिंह घल्लकलां, सुखचैन सिंह रामा व निरंजन सिंह उमरियाना आदि मौजूद थे।