सरकार के विरोध में निजी स्कूल संचालक सड़क पर उतरे
प्रदेश भर के निजी स्कूलों के संगठन फैडरेशन आफ प्राइवेट सकूल एसोसिएशन ने प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, मोगा : प्रदेश भर के निजी स्कूलों के संगठन फैडरेशन आफ प्राइवेट सकूल एसोसिएशन आफ पंजाब के बुलावे पर शनिवार को निजी स्कूलों ने हड़ताल कर अपनी सैकड़ों स्कूल बसों को राज्य व राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे खड़ा कर पंजाब सरकार की टैक्स नीति का विरोध किया। सुबह से शहर के बाहर जाने वाले सभी मार्गों पर बड़ी संख्या में खड़ी स्कूल बसें लोगों के लिए कौतूहल का विषय बनी रहीं।
प्रदेश भर के संगठनों ने लिया हिस्सा
प्रदेश स्तर पर हुए आंदोलन में प्रदेश के अन्य स्कूल संगठन ज्वाइंट एसोसिएशन आफ कालेज, रासा (यूके), रासा (पंजाब), कासा, पूसा, पीपीएसओ भी शामिल रहीं। इस आंदोलन को शिक्षा बचाओ रैली का नाम दिया गया था। फेडरेशन के कनवीनर संजीव कुमार सैनी ने बताया कि सरकार ने निजी स्कूल व कालेजों की बसों पर टैक्स लगाकर उनका किराया काफी महंगा कर दिया है। 20 साल पहले तक स्कूल, कालेज बसें टैक्स मुक्त थीं। उसी व्यवस्था को दोबारा बहाल किया जाना चाहिए। सरकार के टैक्स का बोझ निजी स्कूल के बच्चों व अभिभावकों पर पड़ रहा है।बिजली की दरों को लेकर लेकर भी सरकार का दोहरा रवैया सामने आ रहा है।सरकारी स्कूलों से बिजली की घरेलू दर वसूली जा रही हैं, जबकि निजी स्कूलों से कामर्शियल रेट वसूले जा रहे हैं, ये अन्याय है।
36 लाख बच्चों की है लड़ाई
उन्होंने कहा है कि स्कूल संचालक अपने लिए नहीं मांग रहे हैं, सरकार से मिलने वाली राहत का असर स्कूल प्रबंधकों को नहीं होगा, पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 36 लाख बच्चों को होगा।उनके अभिभावकों का आर्थिक बोझ कम होगा। ये लड़ाई निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 36 लाख बच्चों की लड़ाई है। फेडरेशन के कनवीनर संजीव कुमार सैनी, जिला अध्यक्ष कुलवंत सिंह दानी, सीनियर उपाध्यक्ष दविदरपाल सिंह रिपी, नर सिंह बराड़, जतिदर गर्ग ने रैली को सफल बताते हुए कहा है कि सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए समाधान करना चाहिए।