ठेकेदारों का पूल : महंगे दाम पर दिए जा रहे प्रीमिक्स की सड़क बनाने के ठेके

। नगर निगम में प्रीमिक्स की सड़कों के नाम पर ठेकेदारों के पूल के चलते निगम के लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 10:41 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 10:41 PM (IST)
ठेकेदारों का पूल : महंगे दाम पर दिए जा रहे  प्रीमिक्स की सड़क बनाने के ठेके
ठेकेदारों का पूल : महंगे दाम पर दिए जा रहे प्रीमिक्स की सड़क बनाने के ठेके

जागरण संवाददाता.मोगा

नगर निगम में प्रीमिक्स की सड़कों के नाम पर ठेकेदारों के पूल के चलते निगम के लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। इंटरलाकिग टाइलों के ठेके निगम की अनुमानित लागत की तुलना में 28.99 प्रतिशत कम पर उठ रहे हैं, जबकि प्रीमिक्स की सड़कों के ठेके सिर्फ 2.85 प्रतिशत कम रेट पर उठ रहे हैं। जबकि सूबे के दूसरी नगर निगमों में प्रीमिक्स के ठेके 15 प्रतिशत से कम पर नहीं उठ रहे हैं।

आरटीआइ एक्टिविस्ट सुरेश सूद ने इस मामले में सबूतों के साथ शिकायत निकाय विभाग के डायरेक्टर, निकाय विभाग की विजिलेंस विभाग, निगम कमिश्नर से शिकायत की है। निगम के सचिव हरबंस सिंह ने इस मामले की जांच निगम के उसी सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर को जांच सौंप दी है, जिसके खिलाफ शिकायत की गई है। इस संबंध में निगम के सचिव हरबंस सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रुटीन में कोई पत्र आया होगा तो मार्क कर दिया गया होगा, वैसे उनकी जानकारी में ऐसा नहीं है, जबकि दैनिक जागरण के पास उनके हस्ताक्षर वाला वो पत्र है जिसमें सचिव ने उसी अधिकारी को जांच सौंपी है, जिसके खिलाफ शिकायत की गई है। यह है मामला

नगर निगम में हाल ही में प्रीमिक्स के ठेके सिर्फ दो ठेकेदारों के पास ही आ रहे हैं। भले ही टेंडर आनलाइन मांगे जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पूल में शामिल ठेकेदारों के अलावा अगर बाहर से आने वाला कोई ठेकेदार आवेदन करता भी है तो शर्तें व परिस्थितियां इस प्रकार की बना दी जाती हैं कि ठेकेदार यहां काम ही नहीं करना चाहता। हाल ही में जो टेंडर स्वीकार किए जाने के बाद एफएंडसीसी ने उन्हें मंजूरी भी दे दी है, उनमें वार्ड नौ की गलियों में प्रीमिक्स का काम 33 लाख 51 हजार 675 रुपये में किया जाना है, ये ठेका निगम की अनुमानित राशि से मात्र 2.85 प्रतिशत कम पर उठा है। इसी प्रकार वार्ड-17 की गली में आठ लाख 43 हजार 262 रुपये का ठेका, वार्ड-32 में बुक्कनवाला रोड पर 17 लाख 68 हजार 130 रुपये में, चक्कीवाली गली में 39 लाख 83 हजार 712 रुपये में उठा है। ये सभी ठेके 2.85 प्रतिशत कम राशि में उठे हैं। अधिकारियों की कथित मिलीभगत से ठेकेदारों के पूल होने के कारण दोनों ठेकेदार एक दूसरे के खिलाफ क्रास टेंडर नहीं डालते हैं।

संधुआ वाला रोड पर गोशाला से लेकर सुरजीत हाउस तक की सड़क का ठेका 2.36 प्रतिशत कम राशि पर 44.84 लाख रुपये में 29 नवंबर को मंजूर किया गया है। हैरानी इस बात की है कि प्रदेश के बाकी नगर निगम प्रीमिक्स का ठेका 15 प्रतिशत कम राशि से भी ज्यादा कम में उठा रहे हैं, जबकि मोगा में निगम के खजाने को दोनों हाथों से लुटाया जा रहा है। इंटरलाकिग टाइल्स ठेकेदारों से फिट नहीं हुई गोटियां

सूत्रों का कहना है कि इंटरलाकिग टाइलें लगाने का काम करने वाले ठेकेदारों के साथ गोटियां फिट न होने के कारण ये ठेके आज भी 28.99 प्रतिशत कम पर जा रहे हैं। इसका परिणाम ये है कि गांधी रोड पर डेढ़ साल पहले इंटरलाकिग टाइल्स की साइड बनाने के लिए निगम कमिश्नर ने पांच बार टाइलों की चेकिग के नाम पर काम रुकवाया था, लेकिन रिजल्ट एक बार भी नेगेटिव नहीं मिला। शहर में सबसे ज्यादा शिकायतें प्रीमिक्स के काम की हो रही हैं, लेकिन वहां पर चेकिग के लिए कभी किसी सड़क के काम को बीच में नहीं रोका गया। प्रीमिक्स से बनने वाली सड़कें एक साल भी नहीं चल पा रही हैं। क्या है फंडा

प्रीमिक्स की शहर के बाहर बनने वाली सड़कों पर जहां पत्थर की गिट्टियां व मिट्टी का काम भी किया जा रहा है, वहां टेंडर में शर्त ही ये लगा रखी है कि मिट्टी व पत्थर की गिट्टियों का ठेका भी उसी ठेकेदार को मिलेगा जिनके पास हाट मिक्स प्लांट है, जबकि पत्थर की गिट्टियों व मिट्टी के काम में प्रीमिक्स का कोई संबंध नहीं है। सूत्रों का कहना है कि पूल में शामिल ठेकेदारों को लाभ देने के लिए ये शर्त लगाई जा रही हैं। इस कारण जो ठेकेदार सिर्फ गिट्टियां व मिट्टी का काम करते हैं वे ठेका ले ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में इन दोनों ठेकों को भी प्रीमिक्स के महंगे दाम पर ही उठाया जा रहा है।

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