नारी का त्याग और समर्पण ही करवाचौथ है: सुनील कुमार

। देवी दास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में मांगलिक महा सत्संग साप्ताहिक यज्ञ का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 04:12 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 04:12 PM (IST)
नारी का त्याग और समर्पण ही 
करवाचौथ है: सुनील कुमार
नारी का त्याग और समर्पण ही करवाचौथ है: सुनील कुमार

संवाद सहयोगी, मोगा

देवी दास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में मांगलिक महा सत्संग साप्ताहिक यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके मुख्य यजमान श्वेता गोयल एवं पंकज गोयल रहे। ट्रस्ट के आचार्य सुनील कुमार ने वेद मंत्रों द्वारा यज्ञ को संपन्न करवाया।

उन्होंने कहा कि ईश्वर भक्ति के भजन सृष्टि से पहले अमर ओम नाम था आज भी है और कल भी रहेगा। ये मंत्र सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इंदु पुरी ने यज्ञ प्रार्थना, प्रोमिला मैनराय ने ईश्वर भक्ति का भजन सुना सभी को भाव विभोर किया। आचार्य सुनील कुमार शास्त्री ने कहा हमें बोलते समय ऐसी वाणी का उपयोग करना चाहिए। जिससे हमारे मान सम्मान में वृद्धि हो तथा कभी भी किसी को हमारे शब्दों से तकलीफ न पहुंचे तथा जीवन में कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए और कहा कि करवाचौथ अर्थात भारतीय नारी के समर्पण, सहजता, उत्तम चरित्र, त्याग, महानता एवं पति परायणता को व्यक्त करने वाला त्योहार है। दिन भर स्वयं भूखा प्यासा रह कर रात्रि को जब मांगने का अवसर आया अपने पति के मंगलमय सुखमय और दीर्घायु के जीवन की ही याचना करना, यह नारी का त्याग और समर्पण ही है। करवाचौथ का वास्तविक संदेश दिनभर भूखे रहना नहीं अपितु नारी अपने पति की प्रसन्नता के लिए, कुशलता के लिए किसी भी तत्पर रहती है, यह भी दर्शाता है। इंदु पुरी ने कहा कि उन्हें आर्य समाज से बहुत कुछ सीखने को मिला है। वैदिक धर्म को जी जान से अपनाओ। उन्होंने भगवान मेरी नैया उस पार लगा देना ., भजन का गायन किया।

chat bot
आपका साथी