मांगों को लेकर पावरकाम के ठेका कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
। पावरकाम एंड ट्रांसको ठेका मुलाजिम यूनियन के सदस्यों ने कच्चे कर्मियों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी,मोगा
पावरकाम एंड ट्रांसको ठेका मुलाजिम यूनियन के सदस्यों ने कच्चे कर्मियों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
इस मौके पर डिवीजन सचिव गुरप्रीत सिंह और सर्कल नेता बेअंत सिंह ने कहा कि सीएचबी निकाले गए ठेका कर्मियों को बहाल करे और छंटनी की नीति पक्के तौर पर रद कर पीड़ित परिवारों को मुआवजा व नौकरी दे। उन्होंने कहा कि कई बार ठेका कर्मियों को पक्का करने की मांग को लेकर मांगपत्र दिए गए और प्रदर्शन किए गए, लेकिन उनकी मांगों को अनदेखा किया गया। इस कारण मुलाजिमों में सरकार के प्रति रोष है। सर्कल सहायक सचिव कमलेश कुमार बाघापुराना और पंजाब के सीनियर उपाध्यक्ष रशपाल सिंह ने कृषि सुधार कानूनों को रद करने व बिजली बिल व श्रम कानूनों में किए जा रहे संशोधन को रद करने की मांग की। इस मौके पर निशान सिंह मोगा, गुरजंट सिंह, स्वर्ण सिंह औलख, रुपेन्द्र सिंह जेई, इन्द्रजीत सिंह, जगतार सिंह जेई, गुरप्रीत सिंह डेमरू उपस्थित थे। 10 वर्ष के लिए वृक्षों की कटाई पर पाबंदी लगाने की मांग पंजाब भर की पर्यावरण पक्षीय संस्थाओं व स्थानीय नागरिकों की ओर से एक संयुक्त जन मुहिम की शुरूआत करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से 10 वर्ष के लिए वृक्षों की कटाई पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
इस संबंध में समाजसेवी महेन्द्रपाल लूंबा ने कहा कि पंजाब भर के नागरिकों व गैर सरकारी संगठन मुख्यमंत्री को ई-मेल भेजकर मांग करते हैं कि अगले 10 वर्षों के लिए हरे भरे वृक्ष पर कुल्हाड़ी चलाने पर पाबंदी लगाई जाए। पंजाब का वृक्षों का रकबा देश में सबसे कम 3.5 प्रतिशत है, जो कि राजस्थान से भी नीचे हैं, जो कि 5 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय लक्ष्य 33 प्रतिशत है। लोगों ने हाल ही में कोरोना के दौर में देखा है कि आक्सीजन की कितनी कीमत है तथा पिछले वर्षों में विकास के लिए या सिर्फ लकड़ी बेचने के लिए पंजाब में बहुत सारे वृक्ष काटे जा चुके हैं।
मंच के कनवीनर गुरप्रीत सिंह चंदबाजा ने कहा कि बहुत सारे डाक्टर, वकील, इंजीनियर, कलाकार, कारोबारी, पत्रकार इस मुहिम का समर्थन कर रहे हैं तथा कई मशहूर हस्तियों ने भी इसका समर्थन जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पंजाब सरकार भी पंजाब तथा इसके नागरिकों तथा आने वाली पीढि़यों के हित के लिए इस मुहिम का समर्थन करेगी।