गली के झगड़े से आहत होकर राइस मिल के मुनीम ने जहर निगल कर दी जान
। घर की गली का विवाद राइस मिल के मुनीम के दिलो दिमाग पर इस कदर हावी रहा कि उसने जहर निगल कर जान दे दी।
संवाद सहयोगी,मोगा
घर की गली का विवाद राइस मिल के मुनीम के दिलो दिमाग पर इस कदर हावी रहा कि उसने जहर निगल कर जान दे दी। मुनीम मिल का चावल एफसीआइ के गोदाम में जमा करवाने आया था। यहीं पर उसने एफसीआइ गोदाम परिसर के बीच खंडहर बने एक कमरे में जाकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। एफसीआइ परिसर में राइस मिल के मुनीम की लाश मिलने से एक बार तो गोदाम में हड़कंप मचा गया, लेकिन शव से मिले सुसाइड नोट ने मौत का कारण साफ कर दिया। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या करने को मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया। मरने वाला मुनीम कस्बा निहाल सिंह वाला के गांव मधेके का रहने वाला था।
जांच अधिकारी एएसआइ अशोक कुमार ने बताया कि 45 वर्षीय शिवराज पुत्र इन्द्रप्रीत सिंह निवासी मधेके बाघापुराना में शिवराज राइस मिल्स में मुनीम था। उसका अपने गांव के ही रहने वाले लोगों के साथ गली को लेकर झगड़ा चल रहा था। उसी के चलते शिवराज काफी परेशान रहने लगा था।
राइल मिल का चावल एफसीआइ गोदाम में स्टोर हुआ था। इसी सिलसिले में मुनीम मोगा स्थित एफसीआइ गोदाम में आया था, अपना काम निपटाने के बाद उसने गोदाम परिसर में ही बने कुछ खंडहर नुमा कमरे में जाकर जहर निगल लिया, कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। शव को पड़ा देख गोदाम में मौजूद लोगों ने सूचना गोदाम के मैनेजर को दी। सूचना मिलने के बाद थाना सिटी-1 पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक शिवराज की जेब से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने सचिन, जस्सा, मीती के साथ ही उन्हें शह देने के आरोप में बलदेव सिंह के खिलाफ धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने शव का सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव वारिसों को सौंप दिया है।