मोगा में नवजात बच्ची को बेचा, बेबस माता-पिता को मिले सिर्फ चार हजार रुपये

पंजाब के मोगा में एक आंगनबाड़ी वर्कर के माध्यम से नवजात बच्ची को जन्म के साथ ही बेच दिया गया। हालांकि बेबस व लाचार मां-बाप को बच्ची की कीमत सिर्फ चार हजार रुपये ही मिले। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Edited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:43 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:43 PM (IST)
मोगा में नवजात बच्ची को बेचा, बेबस माता-पिता को मिले  सिर्फ चार हजार रुपये
पंजाब के मोग में नवजात बच्ची बेचने का मामला सामने आया है। सांकेतिक चित्र।

मोगा, जेएनएन। मंगलवार को शहर में एक नवजात बच्ची को बेचने का मामला सामने आया है। एक आंगनबाड़ी वर्कर के माध्यम से नवजात बच्ची को जन्म के साथ ही बेच दिया गया। हालांकि बेबस व लाचार मां-बाप को बच्ची की कीमत सिर्फ चार हजार रुपये ही मिले। बाल भलाई काउंसिल को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार मुक्तसर की जिस महिला ने बच्ची को खरीदा उसने डेढ़ लाख रुपये दिए, ये राशि कहां गई, किसने बीच में ली, इसकी जांच चल रही है।

मामला संज्ञान में आते ही मंगलवार को बाल भलाई काउंसिल के समक्ष आरोपित माता-पिता को तलब किया गया, उन्होंने बताया कि बच्ची उन्होंने बेची नहीं है, गोद दी है। इसके बदले उन्हें आंगनबाड़ी वर्कर ने चार हजार रुपये दिलाए हैं। काउंसिल ने थाना साउथ सिटी पुलिस को निर्देश दिए हैं कि बच्ची को खरीदने वाली श्री मुक्तसर साहिब की महिला व आंगनबाड़ी वर्कर को 16 जून को काउंसिल के सामने पेश किया जाय। काउंसिल का निर्देश मिलने के बाद थाना साउथ सिटी पुलिस महिला की तलाश में श्री मुक्तसर साहिब रवाना हो गई है।

क्या है मामला

चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से मोगा की बाल भलाई काउंसिल की अध्यक्ष डा.व¨रदर कौर को सूचना मिली थी कि मोगा की बग्गेयाना बस्ती के एक दंपती ने नवजात बच्ची को डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया है। सूत्रों का कहना है कि एक आंगनबाड़ी वर्कर व नर्स की मिलीभगत से महिला की डिलीवरी बस्ती में करवाई गई थी। डिलीवरी के कुछ देर बाद ही मुक्तसर की एक महिला को बच्ची देने के लिए एक धार्मिक स्थल पर बुला लिया था। डिलीवरी के कुछ देर बाद ही बच्ची मुक्तसर की महिला को सौंप दी गई। काउंसिल को जो शिकायत मिली थी, उसमें बच्ची को खरीदने वाली महिला ने डेढ़ लाख रुपये दिए हैं।

सूचना मिलने के बाद ही काउंसिल की सदस्य हरकत में आईं। उन्होंने थाना साउथ सिटी पुलिस की मदद से बच्ची के पिता राकेश कुमार व उसकी मां तो काउंसिल के समक्ष तलब कर लिया। काउंसिल को राकेश व उसकी पत्नी ने बताया कि उनसे आंगनबाड़ी वर्कर ने बच्ची को गोद दिलाने की बात कही थी। उसकी दो बेटियां व एक बेटा पहले ही है, जिनका पालन पोषण भी मुश्किल हो रहा था, इस कारण वे बच्ची को गोद देने को तैयार हो गए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें सिर्फ चार हजार रुपये मिले हैं, किसी और ने पैसे लिए हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

महिला की तलाश में पुलिस मुक्तसर रवाना

मां-बाप के बयान के बाद खरीदार महिला की तलाश में पुलिस श्री मुक्तसर साहिब रवाना हो गई है, ताकि महिला को काउंसिल के सामने पेश किया जा सके। कानूनन काउंसिल बच्ची को खरीदार महिला से वापस लेकर माता-पिता के सुपुर्द करेगी, अगर वे उसे नहीं लेते हैं तो उसके गोद लेने की प्रक्रिया शुरू करेगी।

बच्चों को बेचने वाला गैंग सक्रिय

जन्म के साथ ही बच्ची को बेचने का ये नया मामला नहीं है। इससे पहले 22 फरवरी को भी मोगा में सीआइए स्टाफ ने बच्चा बेचने वाले एक दंपती को गिरफ्तार किया था। लुधियाना के हैबोवाल में रहने वाले अवतार ¨सह ने दूसरी बेटी पैदा होने पर हैबोवाल की रहने वाली एक महिला से संपर्क कर उसे मोगा लाकर बेच दिया था। पैसों के लेन-देन के दौरान शक होने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। मामले की जांच चल रही है: डा. व¨रदर कौर काउंसिल की अध्यक्ष डा.व¨रदर कौर का कहना है कि मामले की अभी पड़ताल चल रही है। 16 जून को जब आंगनबाड़ी वर्कर व बच्चे को ले जाने वाली श्री मुक्तसर साहिब की महिला पेश होगी, उसके बाद ही स्थिति साफ होगी कि आखिर मामला क्या है। अभी सिर्फ बच्ची के मां बाप के बयान दर्ज किए हैं।

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