ट्रक की रफ्तार ने ले ली अध्यापिका की जान

मोगा गांधी रोड पर शुक्रवार शाम को रेलवे फाटक बंद होते देख तेजी से साथ ट्रक भगाने के प्रयास में ट्रक की चपेट में आई मां की ही मौत नहीं हुई राहगीरों की संवेदना भी मर गई। हादसे में मृत मां तो ट्रक के नीचे जा गिरी गंभीर रूप से घायल बेटी को राहगीरों ने ट्रक के नीचे से निकालकर अस्पताल ले जाने के बजाय उठाकर एक तरफ कर दिया और खुद आगे बढ़ने लगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 06:46 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 07:28 AM (IST)
ट्रक की रफ्तार ने ले ली अध्यापिका की जान
ट्रक की रफ्तार ने ले ली अध्यापिका की जान

संवाद सहयोगी, मोगा

गांधी रोड पर शुक्रवार शाम को रेलवे फाटक बंद होते देख तेजी से साथ ट्रक भगाने के प्रयास में ट्रक की चपेट में आई मां की ही मौत नहीं हुई, राहगीरों की संवेदना भी मर गई। हादसे में मृत मां तो ट्रक के नीचे जा गिरी, गंभीर रूप से घायल बेटी को राहगीरों ने ट्रक के नीचे से निकालकर अस्पताल ले जाने के बजाय उठाकर एक तरफ कर दिया और खुद आगे बढ़ने लगे। कुछ वीडियो बनाने में जुट गए। मौके पर पहुंची 'दैनिक जागरण' की टीम ने एक व्यक्ति की निजी कार की मदद लेकर घायल युवती को अस्पताल पहुंचाया। भीड़ में फंसे हादसाग्रस्त ट्रक चालक को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

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यह है मामला

दो दिन पहले ही किसान आंदोलन के बाद रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी का आना शुरू हुआ है। ऐसे में यहां पर हर रोज सैकड़ों चावल व गेहूं से भरे ट्रक अनलोडिग के लिए गांधी रोड से स्टेशन पहुंच रहे हैं। शुक्रवार शाम को भी ट्रकों की लंबी लाइन थी। इसी दौरान चार बजे के लगभग रेलवे फाटक जैसे ही बंद होने लगा, तो एक ट्रक चालक ने अचानक ट्रक तेजी के साथ साइड में काटते हुए आगे बढ़ाने की कोशिश की। इसी प्रयास में सड़क के एक तरफ स्कूटी पर सवार फ्रेंड्स कालोनी निवासी 45 वर्षीय गरिमा अग्रवाल पत्नी आशीष कुमार अग्रवाल व उनकी 20 साल की बेटी देवांशी को ट्रक ने अपनी चपेट में ले लिया। इसके कारण गरिमा व देवांशी ट्रक के पहिये के नीचे आ गई। मगर, देवांशी की ट्रक के पहिये के बीच स्कूटी आ जाने से जान तो बच गई, लेकिन उसका पैर टूट गया। जबकि गरिमा की मौत हो गई। उस समय गांधी रोड पर जाम के हालात बने हुए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने मां-बेटी की जान की परवाह किए बिना घायल बेटी को अस्पताल पहुंचाने के बजाय ट्रक के नीचे से निकालकर सड़क के एक तरफ तपड़ने के लिए मौके पर छोड़ दिया और चलते बने। कुछ ही देर में मौके पर पहुंची दैनिक जागरण की टीम ने एक व्यक्ति की मदद लेकर घायल देवांशी को अस्पताल पहुंचाया। इस बीच ट्रक चालक को भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पकड़ लिया। सूचना देने के एक घंटे बाद मौके पर थाना सिटी-1 पुलिस के एएसआइ साहब सिंह पहुंचे, तब ट्रक चालक को हिरासत में लेने के साथ ही शव कब्जे में लेकर उसे मथुरादास सिविल अस्पताल के शव गृह में पहुंचाया गया।

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ट्रक में नहीं था क्लीनर

हादसाग्रस्त ट्रक चालक सुखदेव सिंह पुत्र बलबीर सिंह निवासी करतार कालोनी धर्मकोट ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से ट्रक चालक है। वह शुक्रवार को अनाज से भरे हुए ट्रक को लेकर गांधी रोड पर पहुंचा, तो उसके ट्रक की चपेट में एक एक्टिवा सवार मां-बेटी आ गई। उसके साथ कोई क्लीनर नहीं था।

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