एफएंडसीसी की बैठक आज, साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा केविकास कार्यो को मिलेगी मंजूरी
। नगर निगम की एफएंडसीसी की बैठक सोमवार को हो रही है। विधानसभा चुनाव से पहले एफएंडसीसी की ये अंतिम बैठक मानी जा रही है।
जागरण संवाददाता.मोगा
नगर निगम की एफएंडसीसी की बैठक सोमवार को हो रही है। विधानसभा चुनाव से पहले एफएंडसीसी की ये अंतिम बैठक मानी जा रही है। बैठक के एजेंडे में साढ़े तीन करोड़ की लागत से शहर के 50 के लगभग विकास कार्यो के टेंडर को मंजूरी दी जानी है। एजेंडे में ज्यादातर प्रीमिक्स की सड़कों के हैं। पांच माह पहले बनी सड़क में हुए गड्ढे
एफएंडसीसी के सामने एजेंडे में शामिल प्रस्तावों को मंजूरी देना बड़ी चुनौती होगा, क्योंकि जिस समय एफएंडसीसी शहर में इतनी बड़ी राशि के प्रीमिक्स के कामों की मंजूरी देंगे, उस समय तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के नीचे जा चुका है। नियमानुसार 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान जाने पर प्रीमिक्स की सड़कें बनाने के लिए ये तापमान अनुकूल नहीं होता है। इस तापमान पर बनीं सड़कों की लाइफ ज्यादा नहीं होती है। इसका बड़ा उदाहरण न्यू टाउन नौ नंबर से जवाहर नगर चौराहे से आगे रेलवे रोड की तरफ जाने वाली प्रीमिक्स की सड़क इस साल बरसात के मौसम में जुलाई में बनी थी, पांच महीने में ही सड़क में गड्ढे उभर आए हैं। हालांकि जिस समय सड़क बनी थी, उसकी गुणवत्ता को लेकर उसी समय सवाल उठने लगे थे, क्योंकि काले तेल के ऊपर बिखेरी गई बजरी दो दिन बाद ही हुई बारिश में बिखर गई थी। हैरानी की बात है कि करीब डेढ़ साल पहले गांधी रोड पर इंटरलाकिग टाइल्स की रोड साइड बनाते समय तत्कालीन निगम कमिश्नर ने क्वालिटी चेक करने के लिए पांच बार काम रोका था, लेकिन प्रीमिक्स के काम की क्वालिटी चेक करने के लिए एक बार भी काम नहीं रोका गया है, जबकि प्रीमिक्स के काम पर ही सवाल उठ रहे हैं। टैक्स की राशि का दुरुपयोग तो नहीं!
सूत्रों का कहना है कि इस महीने के अंत तक विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो जाने की संभावना है। एफएंडसीसी की बैठक में मेयर नीतिका भल्ला की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जो प्रस्ताव पास किए जाएंगे, उन पर अमल होने तक तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिर सकता है। सवाल उठता है कि क्या एफएंडसीसी के सदस्य इस स्थिति को देखते हुए कोई व्यवस्था देंगे या फिर चुनाव को देखते हुए सभी प्रस्तावों को हरी झंडी मिलेगी। ये सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि अगर कम तापमान में प्रीमिक्स की सड़क बनी तो कुछ ही महीने में जवाहर नगर चौराहा व रेलवे रोड को जोड़ने वाली सड़क की तरह बिखर सकती है, जो शहरवासियों की जेब से आने वाले टैक्स का सीधे तौर पर दुरुपयोग होगा।