स्कूलों में मलेरिया के खिलाफ चलाई जागरूकता मुहिम
मोगा सेहत एवं परिवार भलाई विभाग ब्लॉक डरोलीभाई की ओर से सिविल सर्जन मोगा डॉ. जसप्रीत कौर सेखों के दिशा-निर्देश अनुसार बीईई रछपाल सिंह सोसन की अगुवाई में 9 टीमें बनाकर जिले के स्कूलों-कालेजों में मलेरिया के खिलाफ विशेष मुहिम चलाई गई है जिसके तहत स्कूलों में सेमिनार लगा बच्चों को मलेरिया की बीमारी तथा मच्छर से बचाव बारे जागरूक किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, मोगा : सेहत एवं परिवार भलाई विभाग ब्लॉक डरोलीभाई की ओर से सिविल सर्जन मोगा डॉ. जसप्रीत कौर सेखों के दिशा-निर्देश अनुसार बीईई रछपाल सिंह सोसन की अगुवाई में 9 टीमें बनाकर जिले के स्कूलों-कालेजों में मलेरिया के खिलाफ विशेष मुहिम चलाई गई है, जिसके तहत स्कूलों में सेमिनार लगा बच्चों को मलेरिया की बीमारी तथा मच्छर से बचाव बारे जागरूक किया जा रहा है।
डॉ. गिल ने बताया कि मलेरिया की बीमारी मादा एनाफलीज नाम के मच्छर के काटने से होती है। उन्होंने बताया कि यदि मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को काटने के बाद वही मादा मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटे तो दूसरे व्यक्ति को मलेरिया हो सकता है। उन्होंने बताया कि यह मच्छर रात व सुबह के समय ही काटता है, जबकि डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है। उन्होंने बताया कि टीमों द्वारा सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा प्राइमरी स्कूल बघेलेवाला, सरकारी हाई स्कूल तथा प्राइमरी स्कूल दारापुर, सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा प्राइमरी स्कूल खुखराना, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा प्राइमरी स्कूल झंडेयाना, सरकारी हाई स्कूल तथा दोनों प्राइमरी स्कूल मंगेवाला, सरकारी प्राइमरी स्कूल थम्मनवाला, सरकारी मिडल स्कूल तथा सरकारी प्राइमरी स्कूल कोरेवाला खुर्द, सरकारी प्राइमरी स्कूल कोरेवाला कलां, सरकारी प्राइमरी स्कूल वड्डा घर, सरकारी हाई व प्राइमरी स्कूल छोटा घर, सरकारी सीनियर सैकेंडरी व प्राइमरी स्कूल सिघावाला, सब सैंटर व डिस्पैंसरी सिघावाला, सरकारी हाई तथा प्राइमरी स्कूल चंदपुराना, सरकारी मिडल तथा प्राइमरी स्कूल गिल, सरकारी मिडल व प्राइमरी स्कूल जय सिंह वाला, सब सैंटर व डिस्पैंसरी जय सिंह वाला, सरकारी मिडल तथा प्राइमरी स्कूल चोटियां ठोबा, सरकारी सीनियर सैकेंडरी तथा प्राइमरी स्कूल खोसा पांडो, सरकारी सीनियर सैकेंडरी व प्राइमरी स्कूल सलीना समेत 72 स्कूलों और संस्थाओं में जागरूकता मुहिम चलाई गई है, जो कि लगातार जारी रहेगी। इसके अलावा अलग-अलग गांवों के छप्पड़ों में गंबूजिया मच्छियां छोड़ी गई हैं।