जय श्री महाकाली मंदिर में करवाई माता की चौकी
। स्थानीय कोटकपूरा बाइपास स्थित जय श्री महाकाली मंदिर में माता की चौकी का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी,मोगा
स्थानीय कोटकपूरा बाइपास स्थित जय श्री महाकाली मंदिर में माता की चौकी का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में नतमस्तक होकर हाजरी लगाई। समागम में गायकों ने मेरी दाती दा चोला है रंगला आदि भजनों की महक बिखेर समागम को भक्ति रस में डुबो दिया।
समागम के आगाज में समस्त सदस्यों ने जय हंस पांडे, देव दर्शन पांडे की अगुआई में पूजन कर ज्योति प्रचंड की। गायक सुखदेव शर्मा ने अज्ज लगियां ने रौनका तेरे भवन ते, नचन भक्त प्यारे आदि भजनों का गायन किया । अध्यक्ष जसवंत आनंद दाबड़ा एवं चेयरमैन दर्शन कांसल ने समागम में उपस्थित सभी का धन्यवाद किया। संकीर्तन के समापन पर मां काली की आरती गई। जसवंत आनंद ने कहा कि कोरोना संक्रमण दिन- प्रतिदिन बढ़ रहा है। महामारी के बचाव हेतु हम सबको सरकारी गाइडलाइन का पालना करना चाहिए। इस अवसर पर प्रधान जसवंत राय दाबड़ा, चेयरमैन मास्टर दर्शन कांसल, कृष्ण चंद, राजेंद्र सिगला आदि मौजूद थे।
सिद्ध श्री बाला जी मंदिर में शनिशिला का पूजन पुरानी दाना मंडी में सिद्ध श्री बाला जी मंदिर में शनिशिला पूजन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भक्तों ने पंडित दया शंकर की अगुआई में गणपति पूजन, नवग्रह पूजन, कलश पूजन व शनिदेव की पूजा की। शनिशिला का सरसों के तेल से अभिषेक किया गया। संकीर्तन के दौरान श्रद्धालुओं ने भजनों का गायन किया।
महंत बिशेषर गिरि ने बताया कि शनिदेव साक्षात न्याय के देवता है। जो भी इनकी पूजा सच्चे मन से करता है उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। भक्तों पर आने वाले कष्टों का निवारण करते है। शनिशिला भगवान शनिदेव का ही स्वरूप है। जिस प्रकार भोले बाबा की पूजा के साथ साथ पावन शिवलिग की पूजा करने से भक्त के समस्त मनोरथ पूर्ण होते हैं, उसी तरह शनिशिला की पूजा करने से शनि महाराज खुश होकर अपने भक्तों की रक्षा करते है। शनिशिला की आरती करके प्रसाद वितरित किया। इस अवसर गगन नोहरिया, नवीन गोयल,सुनीता गोयल, हर्ष शर्मा, विमल जैन के अलावा आदि मौजूद थे।