बकाये के विवाद में हुई थी शराब ठेके के कारिदे की हत्या

मोगा थाना मेहना क्षेत्र के अंतर्गत गांव रामूवाला कलां में सोमवार शाम चार बजे शराब ठेके के कारिदे की हत्या का सीआइए स्टाफ पुलिस ने 40 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। कारिदे के पास खुले पैसे न होने के विवाद ने उसकी जान ले ली। विवाद के दौरान शराब खरीदने पहुंचे एक युवक ने ठेके के अंदर पड़ा पांच किलो का सिलेंडर कारिदे के सिर में दे मारा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया गैस सिलेंडर भी बरामद कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 04:41 PM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 06:29 AM (IST)
बकाये के विवाद में हुई थी शराब ठेके के कारिदे की हत्या
बकाये के विवाद में हुई थी शराब ठेके के कारिदे की हत्या

जागरण संवाददाता, मोगा

थाना मेहना क्षेत्र के अंतर्गत गांव रामूवाला कलां में सोमवार शाम चार बजे शराब ठेके के कारिदे की हत्या का सीआइए स्टाफ पुलिस ने 40 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। कारिदे के पास खुले पैसे न होने के विवाद ने उसकी जान ले ली। विवाद के दौरान शराब खरीदने पहुंचे एक युवक ने ठेके के अंदर पड़ा पांच किलो का सिलेंडर कारिदे के सिर में दे मारा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया गैस सिलेंडर भी बरामद कर लिया है। दोनों आरोपितों को सीआइए स्टाफ पुलिस वीरवार को अदालत में पेश करेगी।

डीएसपी (इन्वेस्टीगेशन) जंगजीत सिंह रंधावा ने बताया कि गांव रामूवाला नवां निवासी कुलविदर सिंह व जगरूप सिंह ठेके पर शराब खरीदने गए थे। उस समय शराब ठेकेदार का कारिदा सुनील ठेके के अंदर मौजूद था। दोनों युवकों ने बाहर से आवाज लगाई, लेकिन कारिदे ने नहीं सुनी। तब कुलविदर सिंह ने शराब ठेकेदार को फोन करके बताया कि उनका कारिदा उन्हें शराब नहीं दे रहा है। ठेकेदार के फोन आने के बाद कारिदे सुनील ने कुलविदर व जगरूप को 180 रुपये कीमत वाली देसी शराब की बोतल दे दी। कुलविदर के पास 500 रुपये का नोट था। मगर, सुनील के पास खुले पैसे न होने के कारण उसने कहा कि कुछ देर बाद पैसे ले जाना। इस बीच में कुलविदर सिंह व जगरूप शराब ठेके के निकट ही पशु अस्पताल में बैठकर शराब पीते रहे। आधा घंटे के बाद वे फिर पैसे वापस मांगने शराब ठेके पर पहुंचे। उस समय तक भी सुनील के पास खुले पैसे नहीं आए थे। इस पर उसने फिर कहा कि बाद में आकर बकाया ले जाना। इस बात पर कुलविदर व जगरूप भड़क गए। उन्होंने कहा कि बकाये के इंतजार में और कितनी प्रतीक्षा करेंगे। इसी बात को लेकर उनका सुनील के साथ विवाद हो गया। इस दौरान सुनील के धक्का मारने पर जगरूप जमीन पर गिर पड़ा, तो शराब के नशे में धुत कुलविदर सिंह तैश में आ गया। उसने ठेके पर रखा पांच किलो का गैस सिलेंडर उठाकर सुनील के सिर में दे मारा। जिससे सुनील की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद दोनों वहां से शराब ठेके को बाहर से कुंडी लगाकर घर लौट गए।

सूचना पाकर लगभग आधा घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सबसे पहले शराब ठेकेदार को आए फोन की डिटेल खंगालना शुरू की, तो शक कुछ समय पहले फोन करने वाले पर गया। फोन कुलविदर सिंह ने किया था। हत्या के बाद पांच बजे बाद फोन बंद हो गया था। इससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ। शराब ठेके के निकटवर्ती क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, तो दो लोग ही ठेके की तरफ जाते दिखे। इसी के आधार पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सारा भेद खुल गया। पुलिस ने इस मामले में कुलविदर सिंह व जगरूप सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

-------------

दो वक्त का खाना नहीं मिलता, शराब चाहिए

हत्यारोपित जगरूप सिंह को हिरासत में लेकर पुलिस जब सीआइए स्टाफ थाने में लेकर आई, तो वहां पूछताछ से पहले उसके लिए खाना मंगाया गया। इस दौरान मजदूरी करने वाला 40 वर्षीय जगरूप बोला कि उसने कई दिन बाद खाना खाया है। मजदूरी भी रोज नहीं मिलती है। उसकी शादी भी नहीं हुई है, ऐसे में कई-कई दिन बिना खाने के गुजारने पड़ते हैं।

-----

घर का इकलौता कमाने वाला भी गया

मृतक सुनील कुमार के ताया के बेटे रोहताश ने बताया है कि सुनील कुमार हरियाणा के जिला फतेहाबाद के गांव जाडली खुर्द का रहने वाला था। सुनील कुमार का परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है और कैंसर के कारण उसके पिता सतीश कुमार की छह माह पहले इलाज के अभाव में मौत हुई थी। बाद में उसकी 20 साल की बहन निर्मला की मौत भी कैंसर से हुई थी। मां चंद्रकला सांस की रोगी है। घर में कमाने वाला एक मात्र सुनील ही था और उसका छोटा भाई अमित अभी 10 साल का है।

chat bot
आपका साथी