कोरोना के खात्मे के लिए श्री रामायण के पाठ आरंभ

स्थानीय अन्तेश्वर महादेव शिव मंदिर में श्री रामायण के पाठ आरंभ किए गए। सर्वप्रथम राजेश गौड़ की अगुआई में गणपति पूजन नवग्रह पूजनकलश पूजन उपरांत श्री रामायण को पूजा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:39 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:39 PM (IST)
कोरोना के खात्मे के लिए श्री रामायण के पाठ आरंभ
कोरोना के खात्मे के लिए श्री रामायण के पाठ आरंभ

संवाद सहयोगी, मोगा

स्थानीय अन्तेश्वर महादेव शिव मंदिर में श्री रामायण के पाठ आरंभ किए गए। सर्वप्रथम राजेश गौड़ की अगुआई में गणपति पूजन, नवग्रह पूजन,कलश पूजन उपरांत श्री रामायण को पूजा की गई। दरबार में ज्योति प्रचंड की। महामारी को खत्म करने की प्रार्थना जी गई। श्री रामायण के पाठ आरंभ करते

राजेश गौड़ ने कहा कि 'राम' सिर्फ एक नाम नहीं, राम मात्र दो अक्षर नहीं बल्कि राम हिन्दुस्तान की सांस्कृतिक विरासत है। राम हमारी एकता और अखंडता हैं। राम हमारी आस्था और अस्मिता के सर्वोत्तम प्रतीक हैं। राम सनातन धर्म की पहचान है। उन्होंने कहा कि राम तो प्रत्येक प्राणी में रमा हुआ है, राम चेतना और सजीवता का प्रमाण है। अगर राम नहीं तो जीवन मरा है। इस नाम में वो ताकत है कि मरा-मरा करने वाला राम-राम करने लगता है। इस नाम में वो शक्ति है जो हजारों-लाखों मंत्रों के जाप में भी नहीं है। राम का अर्थ है प्रकाश। किरण एवं आभा (कांति) जैसे शब्दों के मूल में राम है। 'रा' का अर्थ है आभा (कांति) और 'म' का अर्थ है मैं, मेरा और मैं स्वयं। अर्थात मेरे भीतर प्रकाश, मेरे हृदय में प्रकाश। इस दौरान महिला मंडल ने भजनों का गायन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए लोगों को सरकारी निर्देशों का पालन सभी को करना चाहिए। साथ ही कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए। इसके लिए सभी लोग आए आएं। इस अवसर पर कीर्ति शर्मा, माधव गौड़, दिक्षा शर्मा, रोहित बंसल, धनिष्ठा शर्मा, हरगोविद गौड़, सुदेश अरोड़ा, सुमन अरोड़ा

कमलेश बांसल के अलावा अन्य हाजिर थे।

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