भगवान शिव हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं : पवन गौतम
। श्री सनातन धर्म प्राचीन शिव मंदिर में सावन शिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में श्री शिव महापुराण की कथा प्रवचन व रुद्राभिषेक का समागम जारी है।
संवाद सहयोगी मोगा
श्री सनातन धर्म प्राचीन शिव मंदिर में श्री सनातन धर्म मन्दिर एवं इंस्टिट्यूशन्स प्रबंधक कमेटी की ओर से सावन शिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में श्री शिव महापुराण की कथा, प्रवचन व रुद्राभिषेक का समागम जारी है।
कथा वाचक पवन गौतम ने बताया कि शिव महापुराण की कथा जीव के पूर्व जन्मों के समस्त पापों को दूर करके शिव कृपा का मार्ग प्रशस्त करती है। भगवान शिव की कथा से शरीर, वाणी, मन द्वारा किए गए पाप धुल जाते हैं। कलयुग में शिव कथा के समान कोई भी कल्याणकारी मार्ग सरल नहीं है। शिव का अर्थ है कल्याण, शांति, अविनाशी और प्रकाशमान। शिव उपासक को सांसारिक बंधन बांधकर नहीं रख सकते। महादेव हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। शिव पूजन से समस्त देवताओं के पूजन का फल मिलता है। शिव पुराण भगवान शिव की वाणी है सर्वप्रथम स्वयं भगवान शिव ने शिव कथा सनत कुमार जी को तथा सनत कुमार ने वेदव्यास जी को शिव पुराण का ज्ञान दिया था। व्यास जी ने सृष्टि के कल्याण के लिए विस्तार पूर्वक इसका वर्णन किया। शिव पुराण की कथा मोक्ष देने वाली है जैसे की समस्त नदियों में गंगा जी सर्वोपरि है ऐसे समस्त पुराण में से शिव पुराण की कथा परम मंगलकारी है।
उन्होंने कहा कि शिव कथा का श्रवण करने से बुरा कार्य करने वाले प्राणी परमगति को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति मन लगाकर कथा का श्रवण करता है, भगवान शिव उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस दौरान मंदिर कमेटी के देवेंद्र कुमार,अशोक कुमार,अमन सिगला, अमरजीत,अमित गुप्ता,विजय कुमार, संजय मित्तल व अन्य सदस्य उपस्थित थे।