महागौरी के पूजन के साथ व्रत रखने वाले आज करेंगे कंजक पूजन

चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्र के व्रत रखने वाले श्रद्धालु मंगलवार को मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप महागौरी के पूजन के साथ कंजक पूजन करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 11:02 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 11:02 PM (IST)
महागौरी के पूजन के साथ व्रत रखने  वाले आज करेंगे कंजक पूजन
महागौरी के पूजन के साथ व्रत रखने वाले आज करेंगे कंजक पूजन

तरलोक नरूला, मोगा

चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्र के व्रत रखने वाले श्रद्धालु मंगलवार को मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप महागौरी के पूजन के साथ कंजक पूजन करेंगे। जबकि कुछ लोगों ने नवमी वाले दिन भी कंजक पूजन करते हैं, लेकिन ज्यादातर महागौरी के पूजन के साथ ही व्रत का पारायण करते हैं। यही वजह है कि नवरात्र व्रत के पारायण की तैयारियां सोमवार को हो रही थीं, जिसका असर बाजार में भी देखने को मिला।

अष्टमी के दिन मंदिरों में जारी दुर्गा स्तुति का भी पारायण होना है। वहीं घरो में मां की पावन जोत जगाकर कंजक पूजन किया जाता है। इस दिन का भक्तों में बड़ा उत्साह है। जिस तहत भक्तों में खरीददारी प्रति उत्साह दिखा। अष्टमी पर्व के चलते परिवार के सभी सदस्य घर में भगवती का सरूप सजाकर एकजुट होकर मां की ज्योति का प्रकाश कर पूजन करते हैं छोटी छोटी कंजकों को मां के रूप में पूजन कर उनसे आशीर्वाद लेते हैं। इस कंजक पूजन को लेकर भक्तों ने पूजन सामग्री की खरीदारी की, वही कंजकों को उपहार के रूप में देने के लिए अलग अलग तरह के उपहार खरीदे। वर्णन योग है कि चैत्र नवरात्र का खास पर्व 13 अप्रैल से शुरू हुआ था जो कि 21 अप्रैल को रामनवमी के दिन आकर समाप्त हो जाएगा। नवरात्र के इन नौ दिनों में भक्त मां के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं और आखिरी दिन कन्याओं की पूजा करके इसका उद्यापन करते हैं। नवरात्र में कन्या पूजन के बिना व्रत अधूरा माना जाता है : अक्षय शर्मा

शिवाला मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित अक्षय शर्मा ने बताया कि नवरात्र में बिना कन्या पूजा के व्रत अधूरा माना जाता है। कंजक पूजा अष्टमी या फिर नवमी के दिन की जाती है। इन दिनों नौ कन्याओं को देवी के नौ स्वरूप माने जाते हैं और इनकी पूजा की जाती है। हिदू धर्म में कुंवारी कन्याओं को मां दुर्गा के समान पवित्र और पूजनीय माना गया है। ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा पूजा पाठ से इतनी खुश नहीं होती जितनी खुश वह तब होती है जब किसी कन्या का पूजन किया जाता है। अष्टमी पूजन व कंजक पूजन आज, नवमी पूजन कल : पवन गौतम

अष्टमी पूजन के संदर्भ में जानकारी देते प्राचीन सनातन धर्म शिव मंदिर के पुजारी पंडित पवन गौतम ने बताया कि चैत्र नवरात्र में भक्तों द्वारा अष्टमी व नवमी को कंजक पूजन किया जाता है। इसके साथ ही नवरात्र में रखे व्रत की पूर्णाहुति होती है। उन्होंने बताया कि जो भक्त अष्टमी पर्व पर कंजक पूजन करना चाहते हैं वह 20 अप्रैल को जब चाहे पूजन कर सकते हैं। जो भक्त नवमी पर कंजक पूजन करना चाहते हैं वह 21 अप्रैल को मां की ज्योति जगा कर कंजक पूजन कर सकते हैं। कंजकों के लिए पहली बार बाजार में आए शेकर : दविदर अरोड़ा अरोड़ा प्लास्टिक के दविदर अरोड़ा ने बताया कि अष्टमी व नवमी को कंजकों को उपहार के रूप में में देने वाले प्लास्टिक कंटेनर, पेंसिल बाक्स, लंच बाक्स, प्लेट, बाउल 15 रुपये से लेकर 20 तक पर पीस बिक रही है। इस बार उपहार के रूप में देने वाला शेकर पहली बार बाजार में आया है। जो 30 रुपये की कीमत का है।

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