मां चितपूर्णी मंदिर में हवन-यज्ञ कर लिया नवदुर्गा का आशीर्वाद
। प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में संकीर्तन के दौरान हवन-यज्ञ किया गया।
संवाद सहयोगी, मोगा
प्राचीन माता चितपूर्णी मंदिर में संकीर्तन के दौरान हवन-यज्ञ किया गया। इस दौरान महिला मंडल ने संकीर्तन के माध्यम से मां दुर्गा का गुणगान किया।
पुजारी भूपिदर गौतम ने दरबार में भक्तों ने ज्योति प्रचंड करके सर्वभले की प्रार्थना की व हवन-यज्ञ किया। पुजारी भूपिदर गौतम ने कहा कि यज्ञ से निकला धुआं वातावरण में फैले कीटाणुओं का अंत करता है। वर्तमान के इस दौर में हम सबको नित प्रतिदिन हवन करना चाहिए ताकि वातावरण में शुद्धता बनी रहे। पंडित भूपिदर गौतम ने बताया कि नवदुर्गा की भक्ति व पूजा करने से मन को शांति मिलती है। नवदुर्गा की आराधना करने से मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा करती है। माता की भक्ति से रोग, शोक नष्ट होते हैं और मन शांत रहता है। मन की शांति से ही सुख की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि माता के अलग-अलग रूपों की कथाओं से हमें अपने माता पिता की सेवा करने की प्रेरणा मिलती है। माता पिता की सेवा में ही सभी तीर्थो की यात्रा का फल है। महिला मंडल की अंजू, सुमन, प्रोमिला शशि, राम मूर्ति, उमा, मीनू, संतोष, वीना, किरणदीप, सुषमा द्वारा गणपति राखो मेरी लाज, तेरे नाम का रंग ऐसा चड़िया मां भक्ता ने तेरा पल्ला फडिया मां.आदि भजनों का गायन किया गया। मंदिर के प्रधान विजय सिगला, विकास विक्की, साहिल वर्मा आदि हाजिर थे।