फूड सेफ्टी विभाग ने गणेश भागे फैक्टरी पर की छापामारी, लिए सैंपल

संवाद सहयोगी मोगा नवरात्र पर कुटु का आटा खाने से एक परिवार के सभी सदस्यों की हालत बिगड

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:22 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 06:59 AM (IST)
फूड सेफ्टी विभाग ने गणेश भागे फैक्टरी पर की छापामारी, लिए सैंपल
फूड सेफ्टी विभाग ने गणेश भागे फैक्टरी पर की छापामारी, लिए सैंपल

संवाद सहयोगी, मोगा

नवरात्र पर कुटु का आटा खाने से एक परिवार के सभी सदस्यों की हालत बिगड़ जाने के बाद फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने शनिवार को गणेश भोग फैक्ट्री में छापा मारा और वहां बन रहे उत्पादों के सैंपल लिए। छापे के दौरान मौके पर मुलाजिम बिना मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग किए पैकिग कर रहे थे और काफी खाद्य पदार्थ जमीन पर खुले में पड़ा था। इस दौरान फैक्ट्री मालिक को बचाने की कोशिश में लगे एक व्यक्ति ने विवादित टिप्पणी कर दी, जिससे हंगामा शुरू हो गया। संबंधित व्यक्ति ने मीडिया को मौके से ये कहते हुए चले जाने को कहा कि कुटु आटा खाने से तबीयत ही खराब हुई है, कोई मरा तो नही है। मीडिया यहां से चली जाएगी तो सारा मामला सेटल हो जाएगा। इस बात पर हंगामा शुरू हो गया। बाद में टिप्पणी करने वाले को बचाने के लिए शहर के कई दिग्गज माफी मांगते नजर आए।

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यह है मामला

नवरात्रि के व्रत के दौरान जवाहर नगर निवासी एक परिवार ने बाजार से कुटु का आटा लिया था। इसके आटे से बने पकवान खाने के बाद परिवार के सभी सदस्यों को फूड प्वाइजनिग हो गई थी, जिसके चलते उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा था। इस स्थिति को देखते हुए शनिवार को फूड इंस्पेक्टर जितेंद्र विर्क ने फ्रैंड्स कॉलोनी स्थित गणेश भोग फैक्ट्री में छापा मारा। मौके से कुटु आटे, बेसन व सैवेंया आदि के सैंपल लिए।

फूड इंस्पेक्टर ने जतिदर विर्क ने बताया कि उन्होंने गणेश भोग फैक्ट्री से बने उत्पाद के सैंपल ले लिए हैं और इन्हें जांच के लिए भेज दिया है। मौके की स्थिति को भी देखा है कि फैक्ट्री में किस प्रकार से काम चल रहा था। सारी स्थिति का विश्लेषण कर कार्रवाई की जाएगी।

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बिना मास्क व ग्लव्स के हो रही थी पैकिग

गणेश भोग फैक्ट्री में जब फूड विभाग की टीम पहुंची, तो उस समय फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी बिना ग्लव्स व मास्क के खाद्य पदार्थो की पेकिग कर रहे थे। सैवेंयों का जमीन पर ढेर लगा था। गेहूं भी खुले आसमान के नीचे ही बिना ढके पड़ा था। छापेमारी के दौरान वहां टीम के सदस्यों को लगभग एक घंटे तक फैक्ट्री के संचालक का इंतजार करना पड़ा।

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