बस अड्डा बंद कर राजस्व को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज
। पीआरटीसी के ठेका मुलाजिमों की लंबे समय से चली आ रही हड़ताल को खत्म करवाने के लिए पंजाब सरकार ने अब सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
संवाद सहयोगी,मोगा
पीआरटीसी के ठेका मुलाजिमों की लंबे समय से चली आ रही हड़ताल को खत्म करवाने के लिए पंजाब सरकार ने अब सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। तीन दिसंबर को सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक बस अड्डा बंद रखकर सरकार के राजस्व का नुकसान पहुंचाने के आरोप में जिला प्रबंधक पंजाब रोडवेज की शिकायत पर अज्ञात मुलाजिमों के खिलाफ थाना सिटी-1 में केस दर्ज किया गया है। हालांकि दर्ज पर्चे में किसी कर्मचारी को नाम सहित नामजद नहीं किया गया है।
तीन दिसंबर को पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर सुबह 10 बजे से 12 बजे तक बस स्टैंड को बंद कर प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शन में शामिल कैशियर बलजिदर सिंह बराड़, डिपो अध्यक्ष सूबा सिंह, सचिव गुरप्रीत सिंह ने बताया था कि पंजाब सरकार द्वारा पिछले लंबे समय से ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का नहीं कर रही है। पहले कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने मुलाजिमों को पक्का करने का भरोसा दिया था, बाद में छह अक्टूबर को चन्नी सरकार में बने ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िग ने भरोसा दिया। 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने 20 दिन में मुलाजिमों को पक्का करने का भरोसा दिया था। इस बीच नया एक्ट लागू कर दिया गया, जिससे साफ है कि ट्रांसपोर्ट विभाग कच्चे मुलाजिमों को पक्का नहीं करना चाहता है। उन्होंने कहा कि छह दिसंबर तक पंजाब सरकार ने उनकी मांगें पूरी न की तो सात दिसंबर से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल करके ट्रांसपोर्ट मंत्री व मुख्यमंत्री हलके में धरना दिया जाएगा।
पंजाब रोडवेज के जनरल मैनेजर की शिकायत पर दर्ज हुआ केस
थाना सिटी वन में तैनात सहायक थानेदार अशोक कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता पंजाब रोडवेज के जनरल मैनेजर सुखजीत सिंह ग्रेवाल की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। ग्रेवाल ने दी शिकायत में बताया है कि तीन दिसंबर को सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक अज्ञात यूनियन के सदस्यों ने बस अड्डा बंद करके सरकारी काम में रूकावट डालने के साथ सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया है।