किसानों ने मुख्यमंत्री के मुआवजे के दावे वाले पोस्टर फाड़े
। कृषि सुधार कानून के विरोध में आदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा ने वीरवार की देर शाम मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उपलब्धिया गिनाने वाले बैनर व पोस्टर फाड़ दिए।
संवाद सूत्र.बाघापुराना
कृषि सुधार कानून के विरोध में आदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा ने वीरवार की देर शाम मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उपलब्धिया गिनाने वाले बैनर व पोस्टर फाड़ दिए।
आक्रोशित किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने बर्बाद हुई नरमा की फसल का मुआवजा देने के दावे किए थे जो झूठे निकले हैं। जिन किसानों की नरमा की फसल खराब हुई है, उन्हें मुआवजा मिला ही नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री ने बैनरों पर झूठे दावे लिख डाले हैं, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि किसान बड़ी संख्या में पिछले कई महीने मोगा-बाघापुराना रोड स्थित टोल प्लाजा पर कृषि सुधार कानून के विरोध में धरने पर बैठे हैं। सितंबर में बड़ी संख्या में मालवा के किसानों की नरमा की फसल खराब हो गई थी, जिसको लेकर किसान लगातार मुआवजे की माग कर रहे थे, लेकिन किसानों को मुआवजा तो मिला नहीं, मुख्यमंत्री चन्नी ने मुआवजा देने वाले झूठे वादे वाले बोर्ड लगा दिए थे, जिन्हें किसानों ने शाम को सात बजे तक पोल पर चढ़कर फाड़ दिया। मोटर के विवाद में सास-बहू को पीटा, चार नामजद थाना कोटईसेखां की पुलिस ने गांव जाफरवाला में घर के दरवाजे के पास खड़ी सास व बहू से मारपीट करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सहायक थानेदार गुरा सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता दविदर कौर पत्नी स्वर्ण सिंह निवासी जाफरवाला ने शिकायत दर्ज करवाई है कि 16 अक्टूबर को वह अपनी बहू गुरविदर कौर पत्नी गुरभेज सिंह के साथ अपने घर के दरवाजे के पास खड़ी थी। इसी दौरान खेत में लगी साझी मोटर के विवाद को लेकर रंजिशन गुरमुख सिंह, अमरजीत कौर पत्नी गुरमुख सिंह, एकनाम पुत्र गुरमुख सिंह तथा गुरप्रीत कौर पत्नी एकनाम सिंह निवासी जाफर वाला ने उनके साथ मारपीट की। शोर मचाने पर हमलावर फरार हो गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर उक्त आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।