रोष रैली कर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
पिछले पांच वर्षों की लंबी प्रतीक्षा एवं लंबे संघर्षों के बाद पंजाब सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को पंजाब के मंत्रिमंडल द्वारा लगाए कट के बाद सूबे के लगभग सात लाख मुलाजिमों व पेंशनरों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
संवाद सहयोगी, मोगा : पिछले पांच वर्षों की लंबी प्रतीक्षा एवं लंबे संघर्षों के बाद पंजाब सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को पंजाब के मंत्रिमंडल द्वारा लगाए कट के बाद सूबे के लगभग सात लाख मुलाजिमों व पेंशनरों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। इस संबंधी पंजाब गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट वर्कर्ज यूनियन इंटक के प्रदेश महासचिव जगदीश सिंह चाहल, गुरजंट सिंह कोकरी, बचित्र सिंह, सुरेंद्र सिंह बराड़ के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने मोगा के बस स्टैंड पर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष रैली करके नारेबाजी की। नेताओं ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि महंगाई होने के बावजूद 15 वर्षों के लंबे समय के बाद मुलाजिमों व पेंशनरों की वेतन बढ़ाने के बजाय कम करने का फार्मूला सरकार ने लागू किया है। जिन भत्तों को वेतन आयोग ने बढ़ाने की सिफारिश की है वह तो सरकार ने मानी नहीं, लेकिन जो भत्ते मुलाजिम व पेंशनर पहले ले रहे थे, उनको या तो कम कर दिया तथा कुछ भत्तों को खत्म ही कर दिया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि ठेके, आउटसोर्स, दिहाड़ीदार व पार्टटाइम कर्मचारियों को पक्का किया जाए। उन्होंने कहा कि आठ व नौ जुलाई को कलम छोड़ हड़ताल की जाएगी तथा 29 जुलाई को मुख्यमंत्री के हलके पटियाला में विशाल रैली में मुख्य भूमिका निभाएगा। 27 जून को कामरेड बलविदर सिंह संधू की 18वीं बरसी पर उनकी याद में लग रहे कैंप में मोगा की सहयोगी जत्थेबंदियों के अलावा 18 डिपो के नेता व वर्कर शामिल होंगे। कैंप को बतौर टीचर कामरेड जगरूप मुख्य सलाहकार नरेश रोजगार यूनियन संबोधित करेंगे। इस मौके पर इंद्रजीत सिंह भिडर, जसपाल सिंह, मनदीप सिंह मक्खू, जुगराज सिंह बुट्ेडर, गुरप्रीत सिंह, पोहला सिंह बराड़, सतपाल सहगल, गुरजंट सिंह, मक्खन सिंह आदि उपस्थित थे।