एप डाउडलोड कर हासिल करें ई-संजीवनी ओपीडी मोबाइल सेवा
कोरोना की दूसरी लहर के कारण बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए पंजाब सरकार ने सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ई-संजीवनी ओपीडी मोबाइल सेवा द्वारा मरीजों को सेहत सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।
राज कुमार राजू,मोगा
कोरोना की दूसरी लहर के कारण बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए पंजाब सरकार ने सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक ई-संजीवनी ओपीडी मोबाइल सेवा द्वारा मरीजों को सेहत सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। इस सुविधा का फायदा लेने के लिए लोगों को मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। इससे संबंधित डाक्टर से रोग को लेकर सेवाएं ली जा सकती हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसएमओ डा. सुखप्रीत सिंह बराड़ ने कहा कि कार्यकारी सिविल सर्जन डा. राजेश अत्री के आदेशों के तहत जिले में ई-संजीवनी सेवा बहुत बढि़या ढंग से चल रही है तथा मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। डा. जसप्रीत कौर जिला नोडल अफसर ने कहा कि जिला मोगा के सिविल अस्पताल में माहिर डाक्टरों द्वारा मेडिकल सेवाएं वीरवार को दी जाती हैं। कोरोना काल में लोगों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसलिए अब लोगों को लैपटाप या कंप्यूटर पर निर्भर होने की जरूरत नहीं है। वह सीधे अपने स्मार्टफोन का प्रयोग करके स्वास्थ्य संबंधी सलाह व सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। ई-संजीवनी ओपीडी सेवा प्राप्त करने के लिए गूगल प्ले स्टोर से मोबाइल एप डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले मरीजों को अपने नंबर की तस्दीक ई-संजीवनी ओपीडी मोबाइल एप पर करनी पड़ती है तथा रजिस्टर्ड होने के बाद टोकन तैयार होता है तथा लाभार्थी को एक डिजिटल मैसेज मिलेगा। है। इसके बाद लॉगइन करना होगा। मरीज को अपनी बारी आने का इंतजार करना होगा। डाक्टर द्वारा सीधे तौर पर मरीज को अपनी सेवाएं दी जाती हैं। ऐसे करेगा काम एप
पहले मरीज को अपने मोबाइल नंबर को ई-संजीवनी मोबाइल एप पर दर्ज करना होगा। इसके बाद ओपीडी आने के बाद पंजीकरण होते ही टोकन तैयार हो जाएगा, फिर लाभार्थी को एक नोटिफिकेशन आएगा, जिसके बाद लॉगइन प्रक्रिया से गुजरना होगा। फिर मरीज इलाज को लेकर सलाह ले सकेगा। चिकित्सक की तरफ से सुझाई दवा की पर्ची को डाउनलोड करना होगा। गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक
गर्भवती महिलाओं के लिए यह मोबाइल एप फायदेमंद है। इस कोरोना काल में महिलाओं के लिए संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा होता है,ऐसे में उन्हें अस्पताल में अनावश्यक आने-जाने से परहेज करना चाहिए ।तथा गर्भवती महिलाओं को उक्त सुविधा का पहल के आधार पर फायदा लेना चाहिए।