हड़ताली डाक्टर अब धरना नहीं देंगे, ओपन ओपीडी में देखेंगे मरीज

। सिविल अस्पताल में सोमवार की भांति मंगलवार को भी डाक्टरों ने सरकारी स्तर पर ओपीडी न करके ओपन ओपीडी में 353 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:24 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:24 PM (IST)
हड़ताली डाक्टर अब धरना नहीं देंगे,  ओपन ओपीडी में देखेंगे मरीज
हड़ताली डाक्टर अब धरना नहीं देंगे, ओपन ओपीडी में देखेंगे मरीज

राज कुमार राजू,मोगा

सिविल अस्पताल में सोमवार की भांति मंगलवार को भी डाक्टरों ने सरकारी स्तर पर ओपीडी न करके ओपन ओपीडी में 353 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की। डाक्टरों ने मरीजों से जहां 10 रुपये की सरकारी फीस न लेकर निजी फंड से उन्हें फ्री में दवाएं मुहैया करवाई। ओपन ओपीडी में चेकअप करवाने पहुंचे लोगों ने डाक्टरों का आभार जताया। वहीं कुछ बुजुर्ग मरीज डाक्टरों को आशीर्वाद देते नजर आए। यूनियन ने लिया फैसला

ज्वाइंट गवर्नमेंट डाक्टर्स कोआर्डिनेशन कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई। इसमें प्रदेश के सरकारी डाक्टरों द्वारा 23 जुलाई को निकाले गए राज्य स्तरीय रोष मार्च व धरने को पूर्ण रूप से कामयाब घोषित किया गया। इसके साथ ही अगले संघर्ष की घोषणा की गई। तालमेल कमेटी के पीसीएमएस एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. गगनदीप सिंह,डा. सर्बजीत सिंह रंधावा, डा. गगनदीप सिंह शेरगिल , डा.पवनप्रीत कौर , डा. संजीव पाठक, डा. दीपइन्द्र सिंह, डा. बलविदर सिह, डा. जगजीत सिंह बाजवा आदि ने कहा कि सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने 23 जुलाई को धरना स्थल पर पहुंचकर डाक्टरों से मांगपत्र प्राप्त किया था तथा उन्होंने सारे डाक्टरों को कहा कि डाक्टरों की एनपीए को लेकर चल रही मांग एक सप्ताह के अंदर मान ली जाएगी। इसलिए तालमेल कमेटी की ओर से धरना एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया गया है । मंत्री के आश्वासन के बाद मांग पूरी होने का इंतजार

कन्वीनर तालमेल कमेटी डा. इन्द्रबीर सिंह गिल, महासचिव पीसीएमएस. एसोसिएशन डा. मनोहर सिंह, पंजाब स्टेट वेटरनेरी अफसर एसोसिएशन के सचिव डा. दर्शन सिंह खेड़ी ने कहा कि उन्हें सेहत मंत्री की ओर दिए गए आश्वासन के बाद अब मांग पूरी होने का इंतजार है। यूनियन ने लोगों की सुविधा को लेकर सोमवार से शुक्रवार तक सरकारी डाक्टर रोष जताने के लिए सरकारी ओपीडी, विभागीय ट्रेनिग, सरकारी बैठक का पूर्ण बायकाट करेंगे जबकि पैरलल ओपीडी लगाकर मरीज की जांच की जाएगी। मरीजों को दवाइयां भी डाक्टरों द्वारा खुद अपनी जेब से पैसा खर्च करके दी जाएंगी तथा जरूरत पड़ने पर यूनियन के फंड में से सहायता की जाएगी। डा. गगनदीप सिंह शेरगिल और डा. सर्बदीप सिंह ने कहा कि पूरे पंजाब के डाक्टरों में पंजाब सरकार की निजीकरण की नीति को लेकर भारी रोष है। उन्होंने कहा कि डाक्टरों की यह हड़ताल जनतक सेहत संभाल व वेटरनरी संभाल प्रणाली को बचाने के लिए है। तालमेल कमेटी निजीकरण की नीति का सख्त विरोध करती है। अगर मसले समाधान न हुआ तो तालमेल कमेटी संघर्ष का अगला प्रोग्राम जारी किया जाएगा ।

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बुजुर्ग जसवीर कौर ने डाक्टर को लंबी आयु का आर्शीवाद दिया

मोगा निवासी करीब 65 वर्षीय जसवीर कौर ने बताया कि वह पिछले कई दिन से बलगम की समस्या से परेशान थीं। मंगलवार को वह परिवार के सदस्य सदस्य के साथ अस्पताल में चेकअप करवाने आई हैं। डाक्टर ने बेहतर ढंग से जांच करते हुए दवाएं भी दीं। बुजुर्ग महिला ने कहा कि आज अस्पताल से अच्छी क्वालिटी की दवाइयां मिलने की उन्हें खुशी हुई है। उन्होंने डाक्टर को लंबी उम्र का आर्शीवाद दिया। अच्छे तरीके से किया डाक्टर ने चेकअप

मोगा के अकालसर रोड निवासी अंगूरी देवी ने कहा कि वह स्थानीय सिविल अस्पताल में आर्थो रोग माहिर डाक्टर से जांच करवाने के लिए आई हैं। डाक्टर ने बेहतर ढंग से जांच करते हुए दवाई भी उपलब्ध करवाई। सिविल अस्पताल में सरकारी डाक्टर ऐसे चेकअप कर रहे थे जैसे निजी अस्पताल में डाक्टर करते हैं।

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