मां बगलामुखी से की कोरोना के खात्मे की प्रार्थना
कोटकपूरा रोड स्थित माता बगलामुखी मंदिर में भक्तों ने पूजन कर महामाई का आशीर्वाद लिया।
संवाद सहयोगी, मोगा
कोटकपूरा रोड स्थित माता बगलामुखी मंदिर में भक्तों ने पूजन कर महामाई का आशीर्वाद लिया। आम आदमी पार्टी के हलका मोगा इंचार्ज नवदीप संघा ने मां बगलामुखी की विशेष पूजा करवाई और कोरोना महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की।
मंदिर के पुजारी आचार्य नंद लाल ने बताया कि मां बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक है। बगलामुखी की उत्पत्ति हिदू धर्म ग्रंथों में वर्णित पौराणिक कथा के अनुसार सतयुग में एक बार भयंकर तूफान आया था। जिसके कारण सृष्टि का विनाश होने लगा, तब भगवान विष्णु के तप के बाद हरिद्रा सरोवर से मां बगलामुखी जल क्रीड़ा करती हुई उत्पन्न हुई। रंग पीला होने से इन्हें पीताम्बरा देवी भी कहते हैं। एक अन्य मान्यता अनुसार देवी का प्रादुर्भाव भगवान विष्णु से संबंधित हैं। परिणामस्वरूप देवी सत्व गुण सम्पूर्ण है। माता बगलामुखी की उपासना शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद-विवाद में विजय के लिए की जाती है। उन्होंने कहा कि हमें माता की पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए। इस मौके पर नवदीप संघा, संजीव बठला, एडवोकेट गुरप्रीत, चरणजीत सिंह, विजय तिवारी, मंगा सेठी आदि मौजूद थे। जय श्री महाकाली मंदिर में करवाई माता की चौकी कोटकपूरा रोड स्थित श्री महाकाली मंदिर में शनिवार की सायं साप्ताहिक माता की चौकी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में यूथ कांग्रेस के विक्रमजीत सिंह ने माता के दरबार में हाजिरी लगाकर माता का आशीर्वाद लिया।
ट्रस्ट के प्रधान जसवंत राय, मास्टर दर्शन कांसल, किशन चंद, पंकज दुबे आदि द्वारा उन्हें सिरोपा डालकर सम्मानित किया गया। पंडित जय हंस पांडे की अध्यक्षता में मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा महाकाली की पूजा-अर्चना की। सभी ने मिलकर मां महाकाली से विश्व को महामारी कोरोना से मुक्त करने की प्रार्थना की। सुखदेव शर्मा ने भजनों से भगवती का गुणगान किया। पंडित जय हंस पांडे जी ने कहा कि कलिकाल में कालिका, हनुमान, भैरव, शनिदेव को जाग्रत देव माना गया है। मां कालिका की उपासना सुख, समृद्धि, शांति और दुष्ट निवारक बताई गई है। कालिका के दरबार में जो भी भक्त श्रद्धाभाव से आता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। प्रधान जसवंत राय आनंद ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा शनिवार को लंगर का आयोजन किया जाता है और समय समय पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।