अनंतेश्वर महादेव शिव मंदिर में किया श्री रामायण का पाठ
। स्थानीय अमृतसर रोड स्थित अनंतेश्वर महादेव शिव मंदिर में श्रद्धालुओं ने श्री रामायण का पाठ किया।
संवाद सहयोगी, मोगा
स्थानीय अमृतसर रोड स्थित अनंतेश्वर महादेव शिव मंदिर में श्रद्धालुओं ने श्री रामायण का पाठ किया। इस दौरान कथा करते हुए पंडित राजेश गौड़ ने बताया कि जगत में दरिद्रता यानी गरीबी के समान कोई दुख नहीं है तथा संतों के मिलने के समान जगत में कोई सुख नहीं है।
उन्होंने कहा कि मन, वचन और शरीर से परोपकार करना ही संतों का सहज स्वभाव है। महान संत आपको अच्छे विचार देते हैं, जिससे आप समाज की भलाई के लिए काम करते हैं। भले ही लाभ-हानि और जीवन-मृत्यु ईश्वर के हाथ में है, लेकिन हानि के बाद हम हार मानकर बैठे नहीं। ये हमारे ही में हाथ है। लाभ को हम शुभ लाभ में परिवर्तित कर लें, यह भी जीव के ही अधिकार क्षेत्र में आता है। जीवन जितना भी मिले, उसे हम कैसे जिएं यह सिर्फ जीव अर्थात हम खुद ही तय करते हैं। मरण अगर प्रभु के हाथ है तो उस परमात्मा का स्मरण करना हमारे हाथ है।
एक वक्तव्य सुनाते राजेश शर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम छोटे भाई लक्ष्मण से कहते हैं कि पूरी लंका नगरी ऊपर से नीचे तक सोने से मढ़ी हुई है फिर भी यह मुझे जरा भी अच्छी नहीं लग रही। मेरे लिए तो मां और जन्मभूमि स्वर्ग से भी अधिक मूल्यवान है। अर्थात जो व्यक्ति अपनी जन्मभूमि से जुड़ा रहता है वहां के मूल्यों को आगे बढ़ाता है वही दूसरों से आगे रहता है। इस दौरान महिला मंडल की सदस्यों ने भजनों का गायन किया। भक्तों ने दरबार में कोरोना महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की। पर रोहित बांसल, अश्विनी मोगा, दीक्षा शर्मा, सुदेश कुमारी, पिकी मोंगा, मोहित बावल, अलका बांसल , उमेश, खनिका, सुदेश कुमार अरोड़ा, चतेश बांसल आदि उपस्थित थे