होम क्वारंटाइन संक्रमितों पर डीसी ने कसा शिकंजा

मोगा आम लोगों के बीच घूम रहे कोरोना संक्रमितों पर डीसी हरीश नैयर ने सख्ती की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हर 10 गांवों व वार्डो पर एक प्रिसिपल की ड्यूटी लगा दी है। जबकि हर गांव व नगर निगम के हर वार्ड में एक-एक अध्यापक निगरानी करेगा। ये टीमें होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की मानीटरिग करेंगे। अगर संक्रमित लोग घरों से बाहर निकलकर आम लोगों के बीच पहुंचेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 07:29 AM (IST)
होम क्वारंटाइन संक्रमितों पर डीसी ने कसा शिकंजा
होम क्वारंटाइन संक्रमितों पर डीसी ने कसा शिकंजा

सत्येन ओझा, मोगा

आम लोगों के बीच घूम रहे कोरोना संक्रमितों पर डीसी हरीश नैयर ने सख्ती की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हर 10 गांवों व वार्डो पर एक प्रिसिपल की ड्यूटी लगा दी है। जबकि हर गांव व नगर निगम के हर वार्ड में एक-एक अध्यापक निगरानी करेगा। ये टीमें होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की मानीटरिग करेंगे। अगर संक्रमित लोग घरों से बाहर निकलकर आम लोगों के बीच पहुंचेंगे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि संक्रमितों पर दूसरे चरण में किसी प्रकार की मानीटरिग न होने के कारण जिले में संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है। इसके कारण दूसरी बार एक दिन में संक्रमितों की संख्या 100 के पार गई है। सोमवार को कुल 112 नए संक्रमित मिले हैं।

--------------

यह है एक्शन प्लान

डीसी संदीप हंस के ट्रेनिग पर जाने के बाद रविवार को चंडीगढ़ से आकर डीसी के रूप में पदभार संभाल चुके डीसी हरीश नैयर ने होम क्वारंटाइन मामलों में सख्ती पर बल दिया है। इसके तहत गांवों व शहरों में संक्रमितों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डीसी हरीश नैयर के निर्देशानुसार हर गांव व शहरी क्षेत्र में हर वार्ड में एक-एक अध्यापक की ड्यूटी मानीटरिग के लिए लगाई गई है। हर 10 वार्ड व गांवों के ऊपर एक प्रिसिपल को इंचार्ज बनाया गया है। ये टीमें पुलिस व प्रशासन की रैपिड रिस्पांस टीमों के साथ मिल कर काम करेंगी। जो मरीज घरों में क्वारंटाइन (एकांतवास) किए जाएंगे, उनकी सूची इस टीम के सभी सदस्यों के पास होगी। यही टीम सुनिश्चित करेगी कि कोई संक्रमित सरकार के नियमों का उल्लंघन न कर पाए। हर 10 गांवों व वार्डो पर इंचार्ज लगाए गए प्रिसिपल यह भी चेक करेंगे कि टीमें सभी काम कर रही हैं या नहीं।

-------------

एनजीओ के साथ की बैठक

डीसी ने एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ इस बारे में एक बैठक कर उन्हें भी कोरोना की लड़ाई में अपना सहयोग देने की अपील की है। साथ ही कहा कि वे अपना 15-15 दिन का एक्शन प्लान तैयार कर जिला प्रशासन के साथ साझा करें, ताकि कोरोना संक्रमण पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने कहा कि एनजीओ वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें। जिले में हर दिन 141 पक्के कैंप लग रहे हैं। बैठक में एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ विधायक डा. हरजोत कमल, फिल्म अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद, एनजीओ को-आर्डिनेटर एसके बंसल आदि मौजूद थे।

इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देश दिए हैं कि एक ही क्षेत्र से पांच या उससे ज्यादा संक्रमित आने पर उस क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर वहां प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि संक्रमण दूसरे लोगों तक न पहुंचे। डीसी ने जिला निवासियों से भी अपील की है कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनने पर कई तरह की पाबंदियां लग जाती हैं। अगर लोग इस प्रकार की पाबंदियों से बचना चाहते हैं तो नियमों का कड़ाई से पालन करें।

-------------

ये है बड़ी चुनौती

कोरोना टेस्ट लेने की संख्या बढ़ चुकी है। स्टाफ सीमित है। ऐसे में कोरोना टेस्ट के दौरान कई खामियां सामने आ रही हैं। लक्ष्य के दबाव के चलते टेस्ट करने वाला स्टाफ टेस्ट कराने वाले का आधार कार्ड मांगता जरूर है, लेकिन क्रास चेक नहीं करता है। टेस्ट कराने वाले ने जो नाम व फोन नंबर लिखा दिया वही रिकार्ड में दर्ज हो जाता है, भले ही वह सही हो या न हो। ऐसे में संक्रमित का स्वास्थ्य विभाग सही पता लगाने में नाकाम रहता है। दस अप्रैल को सरदार नगर की जो दिल कुमारी नामक महिला संक्रमित आई थी, उसका कोरोना पाजिटिव का मैसेज दूसरे नंबर पर जाता रहा, उसके दर्ज पते पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची ही नहीं। उधर, दिलप्रीत लोगों के घरों में संक्रमित होकर भी काम करती रही।

chat bot
आपका साथी