आइ खेत एप से पराली प्रबंधन के लिए मशीनरी बुक करवा सकते हैं किसान
। धान की पराली को बिना जलाए उसका सही प्रबंध करने के लिए कृषि मशीनरी की निर्विघ्न पहुंच को यकीनी बनाने के लिए किसान अब आइ खेत एप से चेक कर तथा घर बैठे ही मशीनरी बुक करवा सकते हैं।
संवाद सहयोगी,मोगा
धान की पराली को बिना जलाए उसका सही प्रबंध करने के लिए कृषि मशीनरी की निर्विघ्न पहुंच को यकीनी बनाने के लिए किसान अब आइ खेत एप से चेक कर तथा घर बैठे ही मशीनरी बुक करवा सकते हैं।
यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने दी। उन्होंने बताया कि आइ खेत मोबाइल एप कुछ दिनों में गूगल प्ले स्टोर पर मुहैया हो जाएगा। यह एप किसानों को फसलों के प्रबंधन के लिए खेती मशीनरी, उपकरणों की आसानी से पहुंच करने में सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि आइ खेत एप पर किसानों को उपकरणों का पूरा ब्यौरा मिल सकेगा तथा इससे कुछ ही सेकंड के अंदर उनके संपर्क नंबरों के साथ नजदीकी किसान समूहों, व्यक्तियों, सहकारी सभाओं या पंचायतों के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मालिकों से संपर्क करके इस एप पर मशीन की बुकिग की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मोगा में कुल 332 पराली प्रबंधन उपकरण जारी किए गए हैं जिनमें 27 किसान ग्रुपों को 175 उपकरण, 11 ग्राम पंचायतों को 51 उपकरण तथा 34 सहकारी सभाओं को 106 उपकरण मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि धान की पराली को जलाने से मिट्टी के कई मुख्य व सूक्ष्म पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि धान की पराली को जलाने से कई जहरीली गैस पैदा होती है जिसका मानवीय सेहत पर बुरा असर पड़ता है। मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. बलविदर सिंह ने कहा कि विभाग ने पहले ही गांवों में जागरूकता मुहिम शुरू की हुई है, ताकि किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जा सके।