'कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने का कानून बनाए पंजाब सरकार'

ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा पंजाब के आह्वान पर शनिवार को मोगा में सेहत एवं पीडब्ल्यूडी विभाग में आउटसोर्स में काम करते ठेका मुलाजिमों की ओर से मुख्यमंत्री पंजाब उप मुख्यमंत्री व ट्रांसपोर्ट मंत्री के खिलाफ सिविल अस्पताल के गेट के बाहर पुतला फूंका गया और नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 05:11 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 05:11 PM (IST)
'कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने का कानून 
बनाए पंजाब सरकार'
'कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करने का कानून बनाए पंजाब सरकार'

संवाद सहयोगी,मोगा

ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा पंजाब के आह्वान पर शनिवार को मोगा में सेहत एवं पीडब्ल्यूडी विभाग में आउटसोर्स में काम करते ठेका मुलाजिमों की ओर से मुख्यमंत्री पंजाब, उप मुख्यमंत्री व ट्रांसपोर्ट मंत्री के खिलाफ सिविल अस्पताल के गेट के बाहर पुतला फूंका गया और नारेबाजी की गई।

इस मौके पर ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा की नेता प्रवीण कौर, निर्मल कौर, रेशम सिंह और सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि 26 नवंबर को ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा पंजाब के फैसले अनुसार ठेका मुलाजिमों की ओर से श्री मुक्तसर साहिब में उप मुख्यमंत्री व ट्रांसपोर्ट मंत्री के दौरे के दौरान शांतमय ढंग से प्रदर्शन किया गया था। लेकिन उस समय मंत्रियों द्वारा कर्मियों के सवालों का जबाव देने की जगह डराने-धमकाने की कोशिशें की गई। इस सच को छुपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले विस चुनाव के समय लोगों से वादा किया था कि सरकार में आने पर मुलाजिमों की मांगों को हल किया जाएगा, किसानों के सारे कर्जे माफ किए जाएंगे, घर-घर रोजगार देंगे तथा सारे ठेका मुलाजिमों को पक्का किया जाएगा, लेकिन सरकार ने ये वादे पूरे नहीं किए। कच्चे मुलाजिमों ने पूरे चार वर्ष तक पक्के होने का इंतजार किया तथा सरकार के मुंह की ओर देखते रहे। इसके बाद जब सरकार से वार्तालाप शुरू की गई। सरकार के नुमाइंदों द्वारा बार-बार बैठकों का समय देने के बाद भी बैठक नहीं की गई। उन्होंने सरकार से तुरंत उनकी मांगें पूरी करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार बातचीत करके कच्चे मुलाजिमों के मसले का हल कर देती तो विरोध प्रदर्शन करने के लिए कच्चे मुलाजिमों को कोई शौक नहीं है तथा यह तो इन मुलाजिमों की मजबूरी है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आउटसोर्स, कंपनियां, सोसायटी, अस्थाई, केन्द्रीय स्कीमों के तहत पिछले 15-20 वर्षों से सरकारी विभागों में काम करते हर कैटागिरी के ठेका मुलाजिमों को रेगुलर करने वाला कानून बनाया जाए, नहीं तो यह संघर्ष भविष्य में भी जारी रहेगा। इस मौके पर वीरपाल कौर, रणजोत सिंह, राधिका, गुरप्रीत सिंह, रविदर सिंह आदि उपस्थित थे।

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