रातभर चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद आखिरकार कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम

प्रार्थना से गूंगे को बोलने की शक्ति देने व अंधों को रोशनी देने की बात फैलाकर शहर में वीरवार रात को हुए जलसे में आखिरकार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नहीं पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:44 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:45 PM (IST)
रातभर चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद आखिरकार कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम
रातभर चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद आखिरकार कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम

जागरण संवाददाता. मोगा : प्रार्थना से गूंगे को बोलने की शक्ति देने व अंधों को रोशनी देने की बात फैलाकर शहर में वीरवार रात को हुए जलसे में आखिरकार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नहीं पहुंचे। रातभर चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बीच जलसे में कांग्रेस सांसद मोहम्मद सिद्दीकी व विधायक डा. हरजोत कमल ही पहुंचे। प्रोफेट बरजिंदर सिंह मिनिस्ट्री के नाम से हुए इस जलसे में करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाई गई थी। इसके लिए पांच एकड़ क्षेत्र में टेंट लगाया गया था। जलसे के लिए शहर भर में जो होर्डिंग्स व पोस्टर लगाए गए थे, उनमें मुख्यातिथि के रूप में मुख्यमंत्री व फिल्म अभिनेता सोनू सूद के फोटो लगाकर प्रचार किया गया था। हालांकि सोनू सूद ने दो दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे पंजाब के किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। मुंबई में शूटिग में व्यक्त हैं। उनके नाम का इस्तेमाल कोई भी व्यक्ति कर रहा है तो वह गलत है। संचालक के खिलाफ चल रहा दुष्कर्म का केस

संस्था के संचालक बरजिदर सिंह के खिलाफ जालंधर के करतारपुर थाने में दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज है। मामला अदालत में चल रहा है। इस पूरे आयोजन की व्यवस्था संभालने वाले व संस्था के चेयरमैन संजीव कुमार लड्डू आरेवाला ने बताया कि उनकी संस्था के संचालक बरजिदर सिंह का केस अदालत में खत्म होने वाला है। बहस हो चुकी है, कोई सबूत नहीं मिला है। गूंगे को बोलने की शक्ति देने व अंधों को रोशनी देने की बात अंधविश्वास नहीं है। इसे कार्यक्रम में करके दिखाया है। कई बीमार लोग आए थे वे यहां से ठीक होकर गए हैं। संजीव कुमार से जब पूछा गया कि जब ये चमत्कार हो रहा था तो मीडिया को फोटो करने से क्यों रोका गया। इसपर उन्होंने गोलमोल जबाव दिया कि मीडिया के नाम पर कुछ लोग गलत आ जाते हैं। मगर पूरा कार्यक्रम यू-ट्यूब पर चल रहा है। मुख्यमंत्री व सोनू सूद के संबंध में उनका कहना था कि सीएम को उनके निवास पर निमंत्रण पत्र देकर आए थे। फिल्म अभिनेता सोनू सूद को भी उनके निवास पर निमंत्रण दिया गया था। इसका फोटो भी उनके पास है। दोनों ने कार्यक्रम में आने का वादा किया था, इसी आधार पर फोटो छापा गया था। कई बार मिली सीएम के पहुंचने की सूचना

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी वीरवार की रात को मोगा में थे। वीरवार की रात को ये ही कार्यक्रम चला था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पहुंचने की रात को कई बार सूचना मिली। मगर गुप्तचर एजेंसियों से सीएम के पास सूचना पहुंची थी कि कार्यक्रम में जाने से विवादों में घिर सकते हैं। क्योंकि जिस प्रकार के दावे किए जा रहे हैं, उसका कोई वैज्ञानिक या चिकित्सकीय आधार नहीं है। इन सूचनाओं के बाद सिर्फ फरीदकोट के सांसद मोहम्मद सद्दीकी व विधायक डा. हरजोत कमल कार्यक्रम में पहुंचे थे। वे कुछ देर वहां रुकने के बाद वापस चले गए थे। प्रार्थना से रोशनी लौटने की बात नहीं मानी जा सकती

सिविल सर्जन डा. अमरप्रीत कौर का कहना है कि प्रार्थना से किसी अंधे को रोशनी देने या गूंगे को बोलने की शक्ति देना की बात कहना सही नहीं है। अगर कोई ऐसा दावा कर रहा है तो उसे पहले की स्थिति की रिपोर्ट व बाद की स्थिति की रिपोर्ट सामने लानी चाहिए। तभी सच्चाई सामने आ सकती है। सिर्फ प्रार्थना से किसी की रोशनी लौट आना, किसी भी रूप में माना नहीं जा सकता है।

chat bot
आपका साथी