चोखा एंपायर में चिल्ड्रन जोन करेगा बच्चों का मनोरंजन
जिला अग्रवाल सभा के अध्यक्ष मंजीत कंसल के बेटे ध्रुव कंसल व आशीष कंसल ने एमबीए करने के बाद अपने ही शहर में सपने पूरे करने की मिसाल पेश की है।
जागरण संवाददाता.मोगा
पंजाबी गबरू जिस उम्र में विदेश में सपनों की उड़ान भर चुके होते हैं, उसी उम्र में जिला अग्रवाल सभा के अध्यक्ष मंजीत कंसल के बेटे ध्रुव कंसल व आशीष कंसल ने प्रतिष्ठित कालेजों में एमबीए करने के बाद अपने ही शहर में उन सपनों को उतारकर मिसाल पेश की है, जिन सपनों को पूरा करने के लिए युवक विदेश जाते हैं। दोनों पहले चोखा एम्पायर होटल के सिनेमा घर में सबसे पहले डोलबी एटमास साउंड की नई टेक्नोलाजी लेकर आए थे, जिसके लिए यहां के लोग बड़े शहरों में जाते थे, अब उसी होटल में चिल्ड्रन जोन लेकर आए हैं जो अभी तक जिले के किसी होटल में नहीं है।
पिता मंजीत कंसल ने एक सामान्य मैरिज पैलेस से अपने जीवन का करियर शुरू किया था, लेकिन बच्चे जवान हुए तो शहर के प्रमुख व्यवसायी बन चुके थे। चाहते तो उनके दोनों बेटे विदेश में अपने सपनों को रंग भर रहे होते, लेकिन पिता से मिले संस्कारों के चलते दोनों बेटे ध्रुव कंसल व आशीष कंसल ने एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने ही शहर में उन सपनों को पूरा करने की ठानी, जिसके लिए यहां के युवक सात समंदर पार तक दौड़ लगाते हैं।
चोखा एम्पायर में चिल्ड्रन जोन स्थापित करने वाले एमडी ध्रुव कंसल का कहना है कि वे हर साल एक लक्ष्य तय करते हैं, अपना बिजनेस बढ़ाने का नहीं बल्कि कितने परिवारों को रोजगार देना है, इसका। परिवारों को रोजगार देने का लक्ष्य लेकर ही हर साल कुछ नया करते हैं। तीन साल पहले शहर का चोखा एम्पायर के रूप में बड़ा होटल खड़ा करने वाले दोनों भाई अब तक होटल के माध्यम से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पांच सौ से ज्यादा परिवारों को रोजगार दे चुके हैं।
इस बार कोरोना संक्रमण के बुरे दौर में करीब डेढ़ साल तक होटल का व्यवसाय मंदी के दौर में रहा। उन दिनों में भी उन्होंने तय कर लिया था कि मंदी के चलते वे कम से कम 100 और लोगों को रोजगार देने के लक्ष्य से पीछे नहीं हटेंगे, इसी सोच के साथ उन्होंने हाल ही में होटल में चिल्ड्रन जोन स्थापित किया है, जिसमें बच्चों के लिए स्लाइड्ट, ट्रेन, ड्रैगन आदि कई मनोरंजन वाली सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं,अभी तक ये सुविधाएं बड़े शहर के माल आदि में ही उपलब्ध होती थीं, अब यहां के परिवारों को ये सुविधा मोगा में ही उपलब्ध हो सकेगी। ध्रुव कंसल के अनुसार चिल्ड्रन जोन के बावजूद जब 100 परिवारों को रोजगार का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो बार स्थापित किया, जहां पर बैठकर शहर के लोग बाहर प्रकृति का नजारा भी ले सकते हैं, अपने दोस्तों के साथ पार्टी भी कर सकते हैं।
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सत्येन ओझा