श्रद्धाभाव से मनाया दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह जी का आगमन पर्व

। श्री गुरु गोबिद सिंह जी के आगमन पर्व को लेकर गुरुद्वारों में बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:30 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:30 PM (IST)
श्रद्धाभाव से मनाया दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह जी का आगमन पर्व
श्रद्धाभाव से मनाया दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह जी का आगमन पर्व

तरलोक नरूला, मोगा

श्री गुरु गोबिद सिंह जी के आगमन पर्व को लेकर गुरुद्वारों में बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही गुरुद्वारों में नतमस्तक होने के लए संगत का आना शुरू हो गया। दिन भर वाहो वाहो गोबिद सिंह आपे गुरु चेला, आपे नाम जपावे मेरा गोबिद, गुरु नाम ध्यालो जी गोबिद दिहाड़ा आया है से मोगा नगरी गुंजयमान रही।

श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारों में माथा टेक पावन बाणी का कीर्तन श्रवण किया। वहीं कोरोना महामारी को खत्म करने की संगत ने प्रार्थना की। भक्तों ने पंगत में बैठकर गुरु के लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। प्रकाश पर्व को लेकर गुरुद्वारा काहन कौर, गुरुद्वारा नामदेव भवन, गुरुद्वारा कलगीधर, गुरुद्वारा सरदार नगर, गुरुद्वारा सिंह सभा, गुरुद्वारा छठी पातशाही सहित अन्य गुरुघरों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ के भोग डाले गए। वही कथा वाचकों ने भी कथा के माध्यम से गुरु की वाणी का यश गायन किया। गुरुद्वारा बीबी काहन कौर में धार्मिक समागम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठों के भोग डाले गए। भाई रविदर सिंह रागी के जत्थे ने वाहो वाहो गोबिद सिंह आपे गुरु चेला, बधाइयां गुरु सिखां मन बधाइयां, धन धन गुरु गोबिद सिंह जी तेरी वडियाई.,का गायन किया।

रागी रविदर सिंह ने कहा कि हमें गुरु गोबिद सिंह जी की वाणी पर अमल करके अपने जीवन को सुधारना चाहिए। भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर लंगर ग्रहण किया।

इस दौरान गुरुद्वारा ग्रंथी चरण सिंह, भोला सिंह, रविदर सिंह आदि मौजूद थे। गुरुद्वारा नाम देव भवन में समागम के दौरान भाई सोहन सिंह,भाई छिदर सिंह,भाई गुरप्रीत सिंह रागी जत्थे द्वारा सच्चे पातशाह मेरी बक्श खता मैं निमाणा, तू बेअंत तेरा अंत न जाना, जैसी शबदों का गायन किया । कथा वाचक हरप्रीत सिंह मखु वालों ने कहा कि हमें धार्मिक समागमों में शामिल होने के लिए समय निकालना चाहिए। जब हम गुरुद्वारे एकत्रित होकर गुरु की वाणी सुनते हैं तो हमारे अंदर बुरे विचार खत्म होते हैं। सुखदेव सिंह, अवतार करीर, सुखजिदर, गुरजीत सिंह, कुलदीप सिंह आदि ने इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दीं।

गुरुद्वारा सरदार नगर में इस पर्व के उपलक्ष्य में रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ के भोग डाले गए। महिला सत्संग सभा ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। प्रबंधक कमेटी के जगदेव कौर, बलदेव सिंह, बलतेज सिंह, बलजिदर सिंह, अजमेर सिंह, अमन दीप सिंह, धन सिंह आदि द्वारा महिला सत्संग सभा को सिरोपा देकर सम्मानित किया।

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