केजरीवाल के बाद अब सुखबीर ने किया 30 को रैली का एलान

। मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल की रैली की घोषणा के बाद अब शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी 30 मार्च को मोगा में रैली के माध्यम से विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने का एलान कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 10:40 PM (IST)
केजरीवाल के बाद अब सुखबीर ने किया  30 को रैली का एलान
केजरीवाल के बाद अब सुखबीर ने किया 30 को रैली का एलान

सत्येन ओझा.मोगा

मोगा एक बार फिर राजनीतिक अखाड़ा बनने जा रहा है। 21 मार्च को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल की रैली की घोषणा के बाद अब शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी 30 मार्च को मोगा में रैली के माध्यम से विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने का एलान कर दिया है। ये रैली नई दाना मंडी में होगी।

इससे पहले आठ मार्च को अकाली दल कांग्रेस सरकार के खिलाफ जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बाहर धरना देकर रैली की रिहर्सल करेंगे। विधानसभा के घेराव के दौरान ही सुखबीर बादल ने मोगा के अकाली नेतृत्व को संकेत दे दिए थे कि घेराव में ज्यादा शक्ति प्रदर्शन न दिखाएं, 31 मार्च की रैली की तैयारियों में जुट जाएं।

गौरतलब है कि पिछले करीब ढाई दशक से मोगा हर राजनीतिक दल की चुनाव मुहिम का स्टार्टअप केंद्र रहा है। हर बड़ी रैली मोगा में होती रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर भी एक बार फिर सभी बड़े दल मोगा से ही स्टार्टअप करने की तैयारी में जुट गए हैं। पंजाब में निकाय चुनाव में एंट्री करने के बाद आम आदमी पार्टी ने अरविद केजरीवाल की रैली 21 मार्च को बाघापुराना में कराने का एलान कर दिया है। ये वही बाघापुराना है, जहां 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले रैली करने पहुंचे केजरीवाल विवादों में घिरे थे। अब तक 'आप' की ओर से बाघापुराना विधानसभा क्षेत्र से राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमन मित्तल आम से चुनाव मैदान में ताल ठोकते नजर आ रहे हैं, लेकिन चर्चा ये भी है कि बाघापुराना से 'आप' का कोई बड़ा नेता भी पैराशूट से उतर सकता है। जिले में वर्तमान में चार विधानसभा क्षेत्रों में से निहाल सिंह वाला विधानसभा की एकमात्र सीट 'आप' के पास है, शेष तीनों सीटें कांग्रेस के पास है।

साल 2014 में फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र से अकाली-भाजपा गठबंधन लहर में यहां से 'आप' नेता साधू सिंह जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। हालांकि 2019 में जब सूबे में 'आप' का जनाधार खिसकने लगा था तब वे चुनाव हार गए थे। इसके बावजूद जिस प्रकार से पिछले करीब दो साल से पार्टी जिले भर में सक्रिय रही है, उससे साफ है कि 'आप' मालवा की पिच पर मोगा जिले को सबसे ज्यादा उपजाऊ मानकर चल रहे हैं। इसी सोच के साथ पार्टी ने 2022 का शंखनाद मोगा से करने का फैसला लिया है।

'आप' की इस घोषणा के साथ ही अकाली दल भी मालवा के अपने इस प्रमुख गढ़ को फिर से कांग्रेस से वापस लेने की तैयारी में जुट गया है। चुनावी शंखनाद मोगा से ही करने का फैसला लेते हुए 30 मार्च की रैली की घोषणा कर खुद सभी तैयारियों पर नजर रखेंगे। रैली की कमान पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री तोता सिंह के हाथों में रहेगी।

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