कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी, पांच पीएचसी में 30 नए बेड लगाए

। कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:28 PM (IST)
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी, 
पांच पीएचसी में 30 नए बेड लगाए
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारी, पांच पीएचसी में 30 नए बेड लगाए

सत्येन ओझा.मोगा

कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। ग्रामीण क्षेत्र के पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में लेवल-टू के छह-छह बेड लगा दिए गए हैं। जिले को चार नए आटोमैटिक ट्रांसपोर्ट वेंटीलेटर दिए गए हैं। तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए सरकार से जिला स्तरीय सिविल अस्पताल में दो और बाल रोग विशेषज्ञों की तैनाती की मांग की गई है। अभी एक बाल रोग विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।

डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने बुधवार को जिला प्रबंधकीय काम्पलेक्स के सभागार में जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना की तीसरी लहर की संभावना व तैयारियों की समीक्षा की, हर बिदु पर डीसी ने गहन मंथन किया। अभी तक जिले में जो हालात बने हैं, उसमें तीसरी लहर की संभावना नहीं दिख रही है,लेकिन भविष्य में अगर ऐसी स्थिति बनती है तो पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं, कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी सरकार की ओर से जिले को प्रधान की गई हैं।

बैठक में डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा.राजेश अत्री ने बताया कि सिविल अस्पताल में सात सेमी वेंटीलेटर पहले से उपलब्ध हैं। बच्चों के लिए प्रयोग होने वाले वेंट वे स्फेरो (बच्चों के सेमी वेंटीलेटर) एवं चार आटोमैटिक ट्रांसपोर्ट वेंटीलेटर हाल ही में सरकार ने उपलब्ध कराए हैं। तीसरे चरण की संभावना को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दौलतपुरा नीवां, बुट्टर, फतेहगढ़ पंजतूर, बिलासपुर और सुखानन्द में छह-छह लेवल-2 के बैड लगाए गए हैं, पहले दो चरणों में यहां कोविड बैड नहीं थे, ऐसे में पहले से उपलब्ध बैड की संख्या में अब 30 बैड की वृद्धि और कर दी गई है। डीसी संदीप हंस ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में ही लोगों को कोविड के मरीजों को सुविधा देने के उद्देश्य से ये व्यवस्था की गई है।

वर्तमान में लेवल टू के सरकारी अस्पतालों में कुल 130 बेड, प्राइवेट अस्पतालों में 353 बेडों की व्यवस्था है। जबकि मोगा मेडिसिटी में पांच लेवल-थ्री के बेड उपलब्ध हैं। इस प्रकार जिले में अब निजी व सरकारी अस्पताल में लेवल -टू के कुल कोविड बेडों की संख्या 513 हो गई है, जबकि लेवल थ्री के पांच बेड उपलब्ध रहेंगे। 1.38 मीट्रिक टन का आक्सीजन प्लांट का सिविल अस्पताल में ट्रायल शुरू हो चुका है, इससे आधी क्षमता का एक और आक्सीजन प्लांट तैयार हो रहा है। जिससे किसी भी आपात स्थिति में सिविल अस्पताल आक्सीजन के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर होगा। डीसी ने टीकाकरण अभियान और तेज करने के निर्देश जारी किए हैं। ये अधिकारी रहे मौजूद

एडीसी जनरल हरचरण सिंह, एसडीएम मोगा सतवंत सिंह, एसडीएम बाघापुराना राजपाल सिंह, एसडीएम निहालसिंह वाला रामसिंह, एसडीएम धर्मकोट चारूमित्रा, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा.राजेत्र अत्री, जिला विकास फैलो रवि तेजी डीएसपी बरजिदर सिंह भुल्लर, जिला एपिडमोलाजिस्ट डा.मुनीश अरोड़ा, डा.नरेश आमला, जिला टीकाकरण अधिकारी डा.अशोक सिगला, सहायक कमिशनर (जरनल) गुरबीर सिंह कोहली मौजूद थे। अभी तक की स्थिति

जिले में अभी तक कोरोना की दोनों लहर में कुल 8653 केस पाजिटिव आए हैं, 233 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। कोविड के दो लाख 10 हजार 974 सैंपल लिए जा चुके हैं। पांच लाख 50 हजार के करीब कोरोना वैक्सीन की डोज जिले में लगाई जा चुकी हैं।

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