गुप्तांग काटने का मामला : फरार पीड़ित युवक ने थाने में किया आत्मसमर्पण

। गुप्तांग काटकर आधी रात को कोटकपूरा बाईपास रोड किनारे फिरोजपुर के एक युवक को फेंक देने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:06 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:06 PM (IST)
गुप्तांग काटने का मामला :  फरार पीड़ित युवक 
ने थाने में किया आत्मसमर्पण
गुप्तांग काटने का मामला : फरार पीड़ित युवक ने थाने में किया आत्मसमर्पण

संवाद सहयोगी,मोगा

गुप्तांग काटकर आधी रात को कोटकपूरा बाईपास रोड किनारे फिरोजपुर के एक युवक को फेंक देने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पीड़ित के बयान पर पुलिस ने पहले तीन महंतों पर जानलेवा हमले के आरोप में केस दर्ज किया गया था। बाद में पीड़ित खुद फरीदकोट मेडिकल कालेज से फरार हो गया था। पुलिस की लगातार दबिश के बाद अब पीड़ित ने शनिवार को थाना साउथ सिटी में आत्मसमर्पण कर दिया। दो दिन की लुका छुपी के बाद पीड़ित ने थाने में आत्मसमर्पण कर जिन तीन महंतों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था, उन्हें अब निर्दोष बता दिया। वह समाजसेवी बाबी महंत पर लगाए आरोपों से भी साफ मुकर गया। पीड़ित के पल-पल बदल रहे बयानों से पुलिस भी पसोपेश में है। थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह का कहना है कि वे इस पूरे मामले की तह तक जाएंगे, आखिर इसके पीछे कौन लोग हैं। मामला बहुत ही गंभीर है, पीड़ित की हालत अभी पूरी तरह ठीक न होने के कारण पुलिस ज्यादा सख्ती नहीं कर रही है। लेकिन जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

यह है आरोप

फिरोजपुर का एक 18 साल का युवक लहूलुहान हालत में कुछ लोगों को तीन नंबर चुंगी बाईपास रोड पर मिला था। अस्पताल में थाना साउथ सिटी की पुलिस जब उसका बयान लेने पहुंची तो पीड़ित ने बताया था कि कुछ महंतों ने उसका गुप्तांग काटकर उसे यहां भेज दिया। युवक का आरोप था कि कोमल नामक महंत ने उसे मोगा में एक जागरण में झांकी निकालने के लिए बुलाया था। 12 अक्टूबर की शाम को आठ बजे जब वह मोगा बस स्टैंड पर पहुंचा तो वहां कोमल महंत ने उसे अपनी गाड़ी में बैठा लिया, जहां उसे चाय पिलाई गई, चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गया था। जब उसे होश आया तो वह सड़क किनारे पड़ा था। उसका गुप्तांग काटा जा चुका था। पुलिस ने इस मामले में कोमल सहित तीन महंतों पर जानलेवा हमले का केस दर्ज किया था। 13 अक्टूबर को पीड़ित युवक को मोगा के मथुरादास सिविल अस्पताल से फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। 14 अक्टूबर को पीड़ित फरीदकोट मेडिकल कालेज से से अचानक फरार हो गया। इसके बाद पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध नजर आने लगा। पुलिस ने पीड़ित के घर दबिश देना शुरू किया। पुलिस की कार्रवाई के बाद पीड़ित ने शनिवार को थाना साउथ सिटी में अपने मां-बाप के साथ आत्मसर्पण कर दिया।

थाने में पीड़ित अपने बयान से मुकर गया, उसने जानलेवा हमले के मामले में नामजद तीनों लोगों को निर्दोष बता दिया। पीड़ित ने बताया कि जिस कोमल महंत को केस में नामजद किया है आरोपित नहीं है, कोई दूसरा कोमल महंत है। इस बीच किसी बाबा का भी नाम लिया। पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया, बाद में पीड़ित उस बयान से भी मुकर गया। पल-पल बदलते बयानों के चलते पुलिस भी सकते हैं। पीड़ित की हालत अभी पूरी तरह ठीक न होने के कारण पुलिस सख्ती नहीं बरत रही है।

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