पानी लीकेज से रोजाना 50 हजार गैलन पानी की बर्बादी
मोगा भीषण गर्मी के चलते जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं पानी की किल्लत भी शहरवासियों के लिए दिन-प्रतिदिन गंभीर समस्या बनती जा रही है। पानी की लीकेज एवं फिजूल उपयोग के चलते हजारों लीटर पानी की बर्बादी भी समस्या को और गंभीर बना रही है।
अश्विनी शर्मा, मोगा
भीषण गर्मी के चलते जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं, पानी की किल्लत भी शहरवासियों के लिए दिन-प्रतिदिन गंभीर समस्या बनती जा रही है। पानी की लीकेज एवं फिजूल उपयोग के चलते हजारों लीटर पानी की बर्बादी भी समस्या को और गंभीर बना रही है। प्रतिदिन लीकेज को लेकर बढ़ रही शिकायतें भी संबंधित विभाग के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं। अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा समस्या की रोकथाम को लेकर लापरवाही बरत रहे लोगों के पेयजल कनेक्शन भी काटे गए और जुर्माना भी लगाया गया। फिर भी शहर में हालत सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं। इस बारे में संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी की किल्लत और लीकेज की समस्या से निपटना है, तो शहरवासियों को विभागीय कर्मचारियों का सहयोग करना होगा ताकि उक्त समस्या से आमजन को राहत मिल सके।
नगर निगम के
एक्सईएन नछत्तर सिंह ने बताया कि शहर में 62 सबमर्सिबलों के जरिये नौ लाख 93 हजार गैलन पानी की रोजाना सप्लाई की जा रही है। मगर, रोजाना पानी की लीकेज और फिजूल उपयोग के चलते 50 हजार गैलन पानी की बर्बादी होती है। अगर यह बर्बादी न हो, तो सभी ट्यूबवेल का प्रेशर नियमित रहेगा और पीने के पानी की किल्लत भी नहीं आएगी।
एक्सईएन नछत्तर सिंह का कहना है कि पानी लीकेज की समस्या अधिकतर बुक्कनवाला रोड, वार्ड-1 के संत नगर, कोटकपूरा रोड, अमृतसर रोड के सामने वार्ड-49 व 50 आदि इलाकों में आती है। समस्या के हल को लेकर हर रोज विभागीय कर्मचारी प्रयासरत हैं, लेकिन आमजन के सहयोग के बिना स्थिति को जल्द नियंत्रित करना मुश्किल है। बताया गया है कि अप्रैल, मई व जून महीने में पानी की लीकेज को लेकर 295 शिकायतें आई हैं, जिनमें से 289 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है तथा शेष छह शिकायतों का निपटारा भी जल्द ही कर दिया जाएगा। --------------
इसलिए हो रही परेशानी
एक्सईएन ने बताया कि लीकेज की परेशानी घरों में जो पानी के कनेक्शन लगाए गए है, उनके लॉक टूटने से आती है। भारी वाहन जब उक्त पानी के कनेक्श्नों के लॉक पर से गुजरते हैं, तो वे टूट जाते हैं। इसके कारण कई-कई दिनों तक पानी की लीकेज होती रहती है। जब तक उन्हें इस बारे में पता चलता है तब तक हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो चुकी होती है।
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कई बार काटे कनेक्शन
अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही उन्हें लीकेज की समस्या बारे पता चलता है, तो उसे तुरंत प्रभाव से ठीक कर दिया जाता है तथा समस्या से निपटने को लेकर जो लोग लापरवाही बरतते हैं और विभाग को लीकेज की सूचना नहीं देते, उनके पेयजल कनेक्शन काट दिए जाते है और निर्धारित जुर्माना भी लगाया जाता है। लेकिन बावजूद इसके हालात नहीं सुधर रहे।
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ऐसे होगा समाधान
एक्सईएन नछत्तर सिंह ने कहा कि उक्त समस्या से निपटा जा सकता है, इसके लिए जिस भी क्षेत्र में या किसी भी घर में जो कनेक्शन लगा है, अगर वहां लीकेज हो तो उसकी सूचना तुरंत विभाग को दें तथा गर्मी के चलते पानी का फिजूल उपयोग रोकें। ऐसा करने से उक्त समस्या का हल निकलेगा और आमजन को राहत मिलेगी।