रजवाहे का बांध टूटने से खेतों में भरा पानी
गोनियाना के साथ लगते गांव बलाहड़ विजु से गुजरते रजवाहे का बांध टूटने से खेतों में खड़ी फसलों में पानी भर गया।
संवाद सूत्र, गोनियाना मंडी: गोनियाना के साथ लगते गांव बलाहड़ विजु से गुजरते रजवाहे का बांध टूटने से खेतों में खड़ी फसलों में पानी भर गया। किसानों ने रोष जाहिर करते हुए कहा कि यह रजवाहे का बांध बर्ष में एक दो बार टूटता है और फसलों को नुकसान पहुंचाता है। अभी पिछले नुकसान की भरपाई भी नहीं हुई कि फिर टूट गया है, जिसके चलते खेतों में पानी भारी मात्रा में पहुंच गया है और फसलें खराब होने का डर सता रहा हैं।
उन्होंने कहा कि यह रजवाहा बहुत ही पुराना है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी न तो इसकी देखभाल कर रहे हैं न ही इसको नया बना रहे हैं। इसे जल्द से जल्द ठीक करवाया जाए और नया बनवाने की कार्यवाही शुरू की जाए। इस संबंध में जेई साहिल शर्मा ने कहा कि रजवाहा पुराना होने के कारण टूट जाता है। इसको नया बनाने के लिए प्रस्ताव भी रखा हुआ है।
बारिश ने उमस भरी गर्मी से दी राहत, सड़कें फिर जलमग्न
शुक्रवार सुबह हुई बरसात ने पूरा दिन सुहाना कर दिया। वीरवार से आसमान में छाए बादलों व हलकी बरसात ने लोगों को जहां उमस भरे माहौल में राहत दी, वहीं कई स्थानों में बिजली गिरने से नुकसान भी हुआ। मौसम विभाग के अनुसार दोपहर ढाई बजे तक 14 एमएम बारिश हुई।
बारिश अपने साथ मुसीबत भी लेकर आई। इस दौरान कामकाज के समय में हुई बरसात ने लोगों को दफ्तरों व दुकानों में जाने से रोक दिया। सितंबर माह के शुरू में हुई इस बारसात से फसलों को फायदा होने के साथ गर्मी से निजात दिलवाने वाली माना जा रहा है। आम तौर पर सावन माह के बाद भाद्रपद में होने वाली बरसात के बाद जहां मौसमी बीमारियों से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद बनती है, वही तपिश व उमस भरी गर्मी भी अंतिम पड़ाव में चली जाती है। इसके बाद सुबह व सायं का मौसम ठंडा होने लगता है। पूर्व की तरह शहर में हुई बरसात से शहर जलमग्न हो गया, जिस कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। इस कारण अधिकांश इलाकों में जलभराव की स्थिति बरकरार रही। बारिश के कारण पावर हाऊस रोड, अजीत रोड, सिविल लाइंस, सिरकी बाजार, गोनियाना रोड, भट्टी रोड, परसराम नगर के अलावा अन्य निचले इलाकों में कुछ समय के लिए जलभराव हुआ लेकिन लोगों को ज्याजा समय तक परेशानी नहीं झेलनी पड़ी।