मानसा में भगवा चेतना रथयात्रा का किया स्वागत

धर्मशालाओं को आजाद करवाने व हिदू जन जागरण के लिए भागवा चेतना रथ यात्रा पंजाब के सभी 22 जिलों के 101 शहरों निकाली जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 05:21 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 05:21 PM (IST)
मानसा में भगवा चेतना रथयात्रा का किया स्वागत
मानसा में भगवा चेतना रथयात्रा का किया स्वागत

संसू, भीखी/बुढलाडा : धर्मशालाओं को आजाद करवाने व हिदू जन जागरण के लिए भागवा चेतना रथ यात्रा पंजाब के सभी 22 जिलों के 101 शहरों निकाली जा रही है। इस यात्रा का शहर भीखी में पहुंचने पर समूह हिदू समाज व ब्राह्मण सभा द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान महंत रवि कांत मुनि जी ने कहा कि कैप्टन सरकार अपना वादा निभाओ हिदू मंदिर एक्ट बनाओ। उन्होंने कहा कि जिस तरह महाभारत में भगवान श्री कृष्ण जी ने अर्जुन को अपने अधिकारों के बारे में ज्ञान दिया था।

उनके उद्देश्य से ही आज पंजाब में हिदू समाज को जन जागृत करने के उद्देश्य से यह भागवत चेतना रथ यात्रा पंजाब के 22 जिलों में निकाली जाएगी। यह यात्रा 13 अप्रैल बैसाखी के दिन पटियाला के भूतनाथ मंदिर से शुरू होती हुई व 30 मई को मोहाली में जाकर संपन्न होगी। इस यात्रा का मुख्य लक्ष्य पंजाब में हिदू समाज को जागृत करना है कि पंजाब में मंदिरों और धर्मशाला को सरकारी कब्जों को हटाया जा सके। इस दौरान अजय ऋषि, अनिल कुमार, जसवीर कुमार, रकेश कुमार बाबी आदि उपस्थित थे। बुढलाडा में भी हुआ यात्रा का स्वागत

भगवा चेतना रथयात्रा का बुढलाडा पहुंचने पर शहर वासियों ने किया गर्मजोशी से स्वागत हिदू धार्मिक स्थलों की मुक्ति और हिदू जन जागरण के लिए शुरू की गई भगवा चेतना रथयात्रा का बुढलाडा पहुंचने पर यहां शहर वासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए। इस अवसर पर यात्रा के प्रमुख महंत रविकांत मुनि ने कहा कि इस रथयात्रा का नाम भगवा चेतना रथयात्रा है, जिसका मुख्य उद्देश्य देवालय देवस्थान प्रबंध अधिनियम का समर्थन करना है। इस अधिनियम के तहत पूजा स्थलों, उनकी मूल परंपराओं, सिद्धांतों और दर्शन की स्वतंत्रता की रक्षा होगी और मंदिरों के प्रबंधन और संचालन की व्यवस्था को बिना किसी सरकारी हस्तक्षेप के संप्रेषणीय तरीके से लागू किया जाना चाहिए। रथयात्रा 13 अप्रैल से शुरू हुई है, जो पंजाब के सभी 22 जिलों में 101 शहरों से होकर गुजरेगी और 31 मई को समाप्त होगी। इस अवसर पर दया चंद जैन, रवि कुमार, सुरेश कुमार, वरिदर कुमार माशा आदि मौजूद थे।

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