मानसा में दिल्ली धरने से लौटे किसान की इलाज के दौरान मौत

मानसा जिले के गांव गागोवाल का किसान सुखराज सिंह पुत्र करतार सिंह जो दिल्ली में किसानों के साथ धरने में शामिल हुआ था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:59 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:59 PM (IST)
मानसा में दिल्ली धरने से लौटे किसान की इलाज के दौरान मौत
मानसा में दिल्ली धरने से लौटे किसान की इलाज के दौरान मौत

संसू मानसा : मानसा जिले के गांव गागोवाल का किसान सुखराज सिंह पुत्र करतार सिंह जो दिल्ली में किसानों के साथ धरने में शामिल हुआ था। कुछ दिन पहले व धरने से वापस गांव लौट आया। आते की उसकी हालत बिगड़ गई, जिसको बठिंडा में एक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मगर वहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मृतक सुखराज सिंह की पत्नी कुलवंत कौर ने बताया कि उसका पति लंबे समय से भारती किसान यूनियन कादियां ग्रुप का सदस्य था। वह हर रोज धरने प्रदर्शनों में उनके साथ आता जाता था। जब से दिल्ली संघर्ष चला तब से ही उसमें शमूलियत कर रहा था। पांच दिन पहले ही दिल्ली धरने से आया था जिसकी सेहत बिगड़ गई व उसको बठिडा ले गए जहां अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कादियां ग्रुप के गांव अध्यक्ष निर्मल सिंह ने कहा कि किसान की पत्नी की वित्तीय मदद की जाए।

बड़ा भाई छोटे भाई की पत्नी के सामने करता था अश्लील हरकतें, गुस्से में आकर की हत्या

बठिंडा के गांव घुद्दा में मानसिक परेशान 30 वर्षीय युवक की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही अपने छोटे सगे भाई ने की थी। चूंकि बड़ा भाई अकसर उसकी पत्नी के सामने अश्लील हरकतें करता था, जोकि उसे पसंद नहीं थीं। मानसिक परेशानी के चलते उसे कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह समझा नहीं। इसके चलते उसका छोटा भाई उसके साथ रंजिश रखने लगा और बीती 15 अप्रैल को उसकी हत्या कर दी और शव को रामबाग के पास छोड़कर घर आ गया। पुलिस ने आरोपित छोटे भाई को दर्ज मामले में नामजद कर उसे अदालत में पेश किया और पूछताछ के लिए पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया।

क्या था मामला

गांव घुद्दा का रहने वाले 30 वर्षीय युवक गुरप्रीत सिंह की हत्या कर दी गई थी, जिसका शव शमशानघाट के पास मिला था। गुरप्रीत सिंह का सिर व मुंह बुरी तरह से कुचले हुआ था। उसकी तेजधार हथियार से हत्या की गई थी। पुलिस ने इस संबंध में पिता भरपूर सिंह के बयानों के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। एसएचओ नंदगढ़ राजिदर सिंह के नेतृत्व में बनी टीम अलग-अलग पहलुओं पर काम कर रही थी। पुलिस ने जांच में गुरप्रीत सिंह के छोटे भाई बलजिदर सिंह को शामिल किया तो पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

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