पर्यूषण पर्व की आराधना देवता भी करते हैं: मुनि सत्य प्रकाश

ज्योतिषाचार्य गुरुदेव सत्य प्रकाश महाराज ने कहा कि जैन धर्म के पर्यूषणों की अराधना तो देवता भी करते हैं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 09:21 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 09:21 PM (IST)
पर्यूषण पर्व की आराधना देवता भी करते हैं: मुनि सत्य प्रकाश
पर्यूषण पर्व की आराधना देवता भी करते हैं: मुनि सत्य प्रकाश

संसू, सरदूलगढ़: जैन सभा में चौथे पर्यूषण पर्व पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए ज्योतिषाचार्य गुरुदेव सत्य प्रकाश महाराज ने कहा कि जैन धर्म के पर्यूषणों की अराधना तो देवता भी करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यूषण पर्व पर हमारी आत्मा का तपस्या के द्वारा प्रदूषण दूर होता है। इसलिए इसको महापर्व का दर्जा दिया गया है। आठ दिन उन महान तपस्वी 90 आत्माओं का वर्णन सुनाया जाता है, जिन्होंने अपनी आत्मा को तपस्या में लगाकर इस संसार से मुक्ति प्राप्त की।

उन्होंने कहा कि हम अपनी आत्मा को तपस्या में तपा कर कुंदन की तरह बना सकते हैं व फिर ही हम इस संसार से जन्म मरण से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। हमें इन आठ दिन में कोई न कोई तपस्या जरूर करनी चाहिए, जिससे हमारी आत्मा पर कर्मों की जमी हुई मैल को तपस्या से धो सके व तपस्या करने से हमारी कर्मों की निर्जला होगी। इस अवसर पर फ्रेंड्स ग्रुप द्वारा पेड़ों की प्रभावना बांटी गई। जैन सभा के महामंत्री वरिदर जैन नीटा ने बताया कि आठ दिन जैन सभा में 24 घंटे का श्री नवकार महामंत्र का जाप चल रहा है। धर्म सभा में जैन सभा के अध्यक्ष अभय कुमार जैन, कोषाध्यक्ष सोहन लाल जैन, उपाध्यक्ष अशोक कुमार जैन, जैन युवक संघ के अध्यक्ष पंकज जैन, केवल चंद जैन, दर्शन जैन पूर्व प्रधान, दविदर जैन डिगी, महिला मंडल के अध्यक्ष सीमा जैन आदि मौजूद थे। राधा-अष्टमी के उपलक्ष्य में निकाली प्रभातफेरी श्री राधा-अष्टमी के उपलक्ष्य में श्री पुष्पवाटिका मंदिर से प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभात फेरी मंडल के इंचार्ज राजेश ठेकेदार ने बताया कि मंगलवार की प्रभात फेरी में नारियल की रस्म श्री सनातन धर्म सभा के महासचिव राजेश पधेंर द्वारा निभाई गई। मंच संचालन कमल शर्मा ने किया।

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