नेशनल हाईवे पीड़ित घरों में कैद होने को मजबूर, दो साल से कटे पानी के कनेक्शन

शहर से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी लगभग बनकर तैयार है व कैंची पर बन रहे फ्लाईओवर का काम भी ठेकेदारों द्वारा युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:43 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:43 PM (IST)
नेशनल हाईवे पीड़ित घरों में कैद होने को मजबूर, दो साल से कटे पानी के कनेक्शन
नेशनल हाईवे पीड़ित घरों में कैद होने को मजबूर, दो साल से कटे पानी के कनेक्शन

बलविदर जिदल, बुढलाडा : शहर से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी लगभग बनकर तैयार है व कैंची पर बन रहे फ्लाईओवर का काम भी ठेकेदारों द्वारा युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। प्रशासन ने इस फ्लाईओवर के निर्माण के लिए दोनों तरफ के लोगों से लगभग 35-35 फीट जमीन का अधिग्रहण किया है। लेकिन आज तक उन्हें कोई मुआवजा तक नहीं मिला। लेकिन लोगों के घरों के आगे फ्लाईओवर की दीवार खड़ी कर दी है। वे अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं।

राष्ट्रीय मार्ग पीड़ित काला सिंह, जग्गा सिंह, दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, बंत सिंह, रमेश सिंह, तारा सिंह, नरिदर सिंह, वरिदर कुमार, सरोज रानी, सीरा, बबली सिंह, गग्गी सिंह, जोगिदर सिंह आदि ने कहा कि उनके गरीब परिवार छोटे-छोटे काम करके अपना जीवन यापन करते थे। लेकिन जब से इस राष्ट्रीय मार्ग का निर्माण शुरू हुआ है। उनका काम पूरी तरह से ठप है व वह दूर दराज मजदूरी करके अपने परिवारों को पालने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा तीन साल बीत जाने के बावजूद कब्जाधारियों व मालिकों को कोई मुआवजा नहीं दिया। लेकिन अब ठेकेदारों द्वारा उनके घरों के सामने फ्लाईओवर की दीवार खड़ी कर दी है और वह कैदियों की तरह रह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दो साल से उनके पानी के कनेक्शन काटने से वे नारकीय जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की स्थिति के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को तत्काल अस्पताल ले जाना पड़ जाए तो उसके घर कोई एंबुलेंस या वाहन तो नहीं आ सकता। लेकिन मौत आ सकती है। प्रशासन ने सभी पीड़ितों को मुआवजा नहीं, बल्कि कुछ अमीरों को मुआवजा देकर यातायात के लिए खानापूर्ति कर युद्धस्तर पर फ्लाईओवर का काम शुरू किया है। उन्होंने कहा के आज तक उनको प्रशासन की तरफ से खोखले दावों के सिवाय कुछ नहीं मिला। वह इस कदर परेशान हो चुके हैं कि अब वह सामाजिक व किसान संगठनों से हाथ मिलाकर संघर्ष करेंगे व विधानसभा के चुनाव दौरान राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। एक सप्ताह में दे देंगे मुआवजा

जब मामले के बारे में जिलाधिकारी महिदरपाल से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्होंने एसडीएम को जिम्मेदारी सौंपी है व लोगों का मुआवजा एक सप्ताह के भीतर उनके खातों में जमा कर दिया जाएगा।

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