भर्ती में अनावश्यक शर्ते लगा रहे शिक्षा सचिव: बहादुरपुर
गांव बहादरपुर में बेरोजगार अध्यापक व अभिभावक एक्शन कमेटी की बैठक सुरजन सिंह पहलवान के घर शाम सिंह खतरीवाला की अध्यक्षता में हुई।
संसू, बरेटा: गांव बहादरपुर में बेरोजगार अध्यापक व अभिभावक एक्शन कमेटी की बैठक सुरजन सिंह पहलवान के घर शाम सिंह खतरीवाला की अध्यक्षता में हुई।
गुरमीत सिंह बहादुरपुर ने बताया कि वह पहलवान कैप्टन अमरिदर सिंह के दादा के समय मोती महल के पहलवान अखाड़े के नामी पहलवान थे। बेरोजगार अध्यापकों व पंजाब सरकार को गुमराह करने वाला शिक्षा सचिव ही है जो बेरोजगार अध्यापकों की भर्ती के लिए तरह-तरह की अनावश्यक शर्तें लगा रहा है। इस कारण पंजाब सरकार बेरोजगार अध्यापकों की भर्ती करने से असमर्थ है। 29 नवंबर 2020 को ईटीटी का दूसरा पेपर लेना शिक्षा सचिव का अड़ियल रवैया ही था, क्योंकि इस दिन होने वाले दूसरे विभागों के पेपर पंजाब सरकार ने कोविड-19 कारण रद कर दिए थे। इससे पता चलता है कि शिक्षा सचिव का अड़ियल रवैया व बेरोजगार ईटीटी अध्यापकों के साथ हर जगह पर हो रहा पक्षपात साफ दिखता है। शिक्षा सचिव का उस समय पेपर मुलतवी न करने का सबसे बड़ा कारण ही यह था कि वह कोविड-19 की आड़ में बीएड व शिक्षा प्रोवाइडरों को ईटीटी अध्यापकों की असामियों पर भर्ती करना चाहते थे। उन्होंने मांग की कि बीएड वालों के पद बढ़ाए जाएं और शिक्षा प्रोवाइडरों को सीधा पक्का किया जाए।
बैठक में फैसला लिया गया कि बेरोजगार अध्यापक व अभिभावकों का एक जत्था 30 अप्रैल के बाद मोती महल जाएगा। इस संबंधी डीसी पटियाला, एसएसपी पटियाला को सूचित कर दिया गया है। उपरोक्त नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि बेरोजगार अध्यापकों की मांगें पूरी करने के लिए तुरंत इश्तहार दिया जाए। इसमें ईटीटी 10 हजार पोस्टें, टावर पर बैठे बेरोजगारों की मांगें मानकर तुरंत नीचे उतारा जाए। मास्टर कैडर 20 हजार, शारीरिक शिक्षा अध्यापकों की असामियों में दो हजार की बढ़ोतरी की जाए। अभिभावकों को तुरंत बैठक का समय दिया जाए। इस समय जरनैल सिंह खालसा, दर्शन सिंह, छोटा सिंह,सुरजीत सिंह, बिल्लू सिंह, मनप्रीत कौर, कुलबीर कौर व ज्योति शर्मा आदि शामिल थे।