आनलाइन बदलियों से प्राइमरी अध्यापक हो परेशान: बरेह
ईटीटी टेट पास अध्यापक यूनियन पंजाब के सदस्यों ने विधायक नाजर सिंह मानशाहिया को मिलकर बदलियां लागू करवाने के लिए मांगपत्र दिया।
संसू, मानसा: ईटीटी टेट पास अध्यापक यूनियन पंजाब के सदस्यों ने विधायक नाजर सिंह मानशाहिया को मिलकर बदलियां लागू करवाने के लिए मांगपत्र दिया। बाद में बाल भवन मानसा में यूनियन की बैठक की गई।
प्रांतीय अध्यक्ष जोगिद्र सिंह बरेह ने कहा कि सरकार ने बड़े स्तर पर आनलाइन बदलियां करके अपनी वाहवाही लूटी, लेकिन अब प्राइमरी अध्यापकों की बदलियां लागू करने की तिथि में बार-बार लगातार बढ़ोतरी करके अध्यापकों को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। अगर सरकार ने 28 अप्रैल को बदलियां लागू न कीं तो सरकार तीखे संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार रहे।
इस मौके नवदीप सिंह मत्ती ने बताया कि पिछले 4-5 साल से मानसा जिले के सैकड़ों अध्यापक अपने घरों से दूर नौकरी कर रहे हैं और अगर अब बिना किसी सिफारिश व पैसे के बदलियां हुई हैं तो इस खुशी को सरकार अब बार-बार बदली लागू करने की तिथि को बदलने से मानसिक परेशानी में बदल दिया है। उनकी मांग है कि अब दी तिथि को और आगे न बढ़ाया जाए ताकि वे अपने घरों के नजदीक अपने स्कूलों की बेहतरी के लिए काम कर सकें। इस मौके हरबंस सिंह, मक्खन सिंह बरेह, गुरपाल सिंह खतरीवाल, गुरप्रीत सिंह खतरीवाल, जसविद्र सिंह जट्टाणा, जसप्रीत सिंह मानसा, वीरपाल कौर, कुलविद्र कौर आदि हाजिर थे। मानसा में किसानों को अब तक 399.39 करोड़ का भुगतान डीसी मोहिदर पाल ने कहा कि जिले में सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदे गए गेहूं के लिए किसानों को अब तक 399.39 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। मंडियों में गेहूं की आवक में वृद्धि के साथ, खरीद प्रक्रिया और मंडियों से गेहूं उठाने में भी तेजी आई है।
एजेंसियों द्वारा किए गए भुगतान का विवरण साझा करते हुए डीसी ने कहा कि पनग्रेन ने अब तक 186.63 करोड़ रुपये, मार्कफेड ने 101 करोड़ रुपये, पनसप ने 65 करोड़ रुपये और वेयरहाउस ने 46.76 करोड़ रुपये सीधे संबंधितों के बैंक खातों में भुगतान किए हैं। कल तक अनाज मंडियों में गेहूं की खरीद और लिफ्टिंग की जानकारी देते हुए डीसी ने कहा कि 3 लाख 81 हजार 755 मीट्रिक टन गेहूं की आमद मंडियों में हुई जिसमें से 3 लाख 34 हजार 326 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। मंडियों से एक लाख 87 हजार 330 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिग हो चुकी है। बाकी की लिफ्टिग की प्रक्रिया जोरों पर है।