समय गुजारने की नीति पर चल रही सरकार: मलूका
शिअद के सीनियर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने राज्य सरकार पर हर फ्रंट पर फेल तथा समय गुजारने की नीति पर चलने के आरोप लगाए गए हैं।
संवाद सूत्र, भगता भाईका: शिअद के सीनियर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने राज्य सरकार पर हर फ्रंट पर फेल तथा समय गुजारने की नीति पर चलने के आरोप लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान कांग्रेस की तरफ से सत्ता हासिल करने के लिए श्री गुटखा साहिब की कसम खाई गई व अन्य बड़े-बड़े वादे पंजाब की जनता से किए गए और हर वादा कुछ ही सप्ताहों में पूरा करने का भरोसा दिया गया था। कहा कि सत्ता हासिल करने के बाद कांग्रेस सरकार की ओर से पंजाब की जनता से किया एक भी वादा पूरा नही किया गया। राज्य सरकार ने किसानों, बेरेजगारों, व्यापारियों व खास तौर पर कर्मचारी वर्ग की भी सभी मांगों को ठंडे बस्ते में डालकर रखा। सरकार की ओर से कर्मचारियों को चुनावों से पहले पे-कमीशन लागू करना, डीए का भुकतान, ठेका आधारित मुलाजिमों को पक्का करने का वादा करने के साथ रेगुलर भर्ती करने के भी वादे किए गए थे, कितु सरकार बनने के बाद अन्य वर्गों के अलावा कर्मचारियों में भी निराशा पाई जा रही है। राज्य सरकार कर्मचारियों की उक्त मांगो को लेकर समय गुजारने की नीति पर चल रही है। समय-समय पर मुख्यमंत्री, कैबनिट मंत्री व मुलाजिमों की ओर से कर्मचारियों से मीटिगे कर पे-कमीशन लागू करने व डीए के भुगतान का आश्वासन दिया जाता रहा है व हर वर्ग के साथ राज्य सरकार कुछ महीनों का आश्वासन देकर मुंह फेर लेती है। 51 हजार रुपये की शगन स्कीम की तरह कर्मचारियों को भी अब जल्द जुलाई माह तक डीए के भुगतान की बात कही गई है। मलूका ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि वह अब लारों की नीति छोड़ दें।